पटना: बिहार में जहरीली शराब का कहर एक बार फिर देखने को मिला. छपरा और सिवान में 8 लोगों की मौत हुई है. छपरा में एक युवक की मौत हुई है, जबकि सिवान में 7 की संदेहास्पद मौत हुई है. वहीं कई लोगों के आंखों की रोशनी चली गयी है. हालांकि अभी तक प्रशासन ने शराब से मौत की पुष्टि नहीं की है.
मंगलवार की शाम की घटनाः पहली घटना सारण जिले के मशरक के इब्राहिमपुर में मंगलवार की है. मृतक का नाम इस्लामुद्दीन पिता लतीफ मियां बराहीपुर मशरख है. वहीं शमशाद अंसारी तथा मुमताज अंसारी नामक युवक का छपरा सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. इसकी जानकारी छपरा के सूचना एवं जन संपर्क विभाग ने दी है. हालांकि मौत के कारण स्पष्ट नहीं हैं. इसकी छानबीन की जा रही है.
सारण में एक की मौत (ETV Bharat) नशीला पदार्थ का सेवनः छपरा एएसपी ने तीन लोगों के द्वारा नशीला पदार्थ सेवन की बात कही है. उन्होंने कहा कि बीती रात इन लोगों की तबीतय बिगड़ने लगी तो अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ऐसा बताया जा रहा है कि इनके चचेरे भाई के द्वारा नशीला पदार्थ दिया गया था. बताया जा रहा है कि कोई पेय पदार्थ दिया गया था. उसकी जांच की जा रही है कि क्या पीने से ऐसा हुआ है.
"बीती रात तीन लोगों की तबीतय बिगड़ी थी. दो लोगों का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. एक गांव में ही हैं. जानकारी मिली है कि उसकी मौत हो गयी है जिसके बारे में पुष्टि नहीं हो पायी है. ऐसा बताया जा रहा था कि नशीली पेय पदार्थ का सेवन किया गया था."-राकेश कुमार, एएसपी, छपरा मुख्यालय
छानबीन में जुटा जिला प्रशासनः दूसरी ओर सिवान में 7 लोगों की मौत की सूचना है. कौड़िया वैश्य टोला के अरविंद सिंह(40), रामेंद्र सिंह(30), माघर पोखरा के संतोष महतो(35), मुन्ना(32), बृज मोहन सिंह की मौत हुई है. भगवानपुर हाट थाना के माघर निवासी गंगा साह के पुत्र मोहन साह की पीएमसीएच पटना के जाने के क्रम में रास्ते में मौत हो गई है. भगवानपुर के बेलासपुर में मंगलवार की रात ही एक की संदेहास्पद मौत हुई है.
एक को पटना रेफरः शैलेश शाह और रामु राय जो भगवानपुर थाना क्षेत्र के ही रहने वाला है, इसका इलाज चल रहा है. दो लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है. एक व्यक्ति को बेहतर इलाज हेतु पटना रेफर किया गया है. घटना के बाद से पूरे इलाके में अफरा तफरी का माहौल है. इनके अलावा अन्य मृतकों में विलासपुर व सरसैया के ग्रामीण शामिल है. बताया जा रहा है कि पुलिस के डर से ग्रामीणों ने कौड़िया वैश्य टोला के अरविंद सिंह की रात में ही अत्येष्टी कर दी है.
छपरा में इलाजरत दोनों युवक (ETV Bharat) 'रात में पी थी देसी शराब': जानकारी के अनुसार बीमार व्यक्तियों का इलाज सीवान सदर अस्पताल में चल रहा है. सीवान में इलाज जिनका चल रहा है उनका नाम शैलेश शाह और रामु राय जो भगवानपुर थाना क्षेत्र के ही रहने वाले हैं. बताया कि उसने रात में देसी शराब पी थी. इसके बाद उनकी तबीयत अचानक खराब होने लगी तो अस्पताल में भर्ती कराया गया.
मशरख में पहले भी हो चुकी है मौतः बता दें कि छपरा मशरख में पहले भी शराबकांड हुआ था. इस घटना में करीब 73 लोगों की मौत हो गयी थी. एक बार फिर जहरीली शराब से संदिग्ध मौत के बाद शराबबंदी पर सवाल उठने लगा है. छपरा डीएम अमन समीर ने एक की मौत और दो की तबीयत खराब होने की पुष्टि की है लेकिन शराब से मौत की पुष्टि नहीं की है. एसपी ने कहा कि घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच की जा रही है.
73 लोगों की मौत हुई थीः बता दें कि छपरा में साल 2023 के दिसंबर महीने में जहरीली शराबकांड हुआ था. मशरख में 73 लोगों की मौत हो गयी थी. इस घटना को लेकर बिहार सरकार ने विशेष टीम बनायी थी. जांच में कई खुलासे हुए थे. बिहार पुलिस लॉ एंड ऑर्डर एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा था कि जिस शराब से मौत हुई है वह जानलेवा थी. शराब निर्माण में केमिकल का इस्तेमाल किया गया था.
153 धंधेबाजों को गिरफ्तार किया गया थाः इस दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में केमिकल भी बरामद की थी जो शराब बनाने में उपयोग किया गया था. इस मामले में 153 धंधेबाजों को गिरफ्तार किया गया था. इस घटना से बिहार में पुलिस प्रशासन से लेकर सरकार तक हड़कंप मच गयी थी..
यह भी पढ़ेंःशराब निर्माण में दूसरे केमिकल का हुआ इस्तेमाल, ADG पुलिस मुख्यालय का बड़ा खुलासा