पटनाःरामगढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तैयारी है. उपचुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनता दल और भाजपा तैयारी में जुटी है. इस चुनाव में एनआईए डीएसपी अजय प्रताप सिंह की गिरफ्तारी को मुद्दा बनाया जा रहा है. राष्ट्रीय जनता दल ने भाजपा को कटघरे में खड़ा किया है. पूर्व विधायक अशोक सिंह की दावेदारी को लेकर राजद ने सवाल खड़ा कर रही है.
क्या है मामला?: आपको बता दें कि पिछले दिनों सीबीआई में एनआईए के डीएसपी अजय प्रताप सिंह की गिरफ्तारी की थी. अजय प्रताप सिंह रंगे हाथ 20 लाख रुपए घूस लेते पकड़े गए थे. अजय प्रताप सिंह पूर्व विधायक अशोक सिंह के करीबी रिश्तेदार हैं. भाजपा अशोक सिंह को मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है. यही कारण है कि राजद निशाना साध रही है.
अशोक सिंह पर गंभीर आरोपः राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर सुबोध मेहता ने कहा कि एनआईए डीएसपी अजय प्रताप सिंह 2.50 करोड़ रुपए में बिक गए. घूस का दूसरा किस्त 20 लाख रुपए लेते हुए सीबीआई द्वारा पकड़े गए. अजय प्रताप सिंह रामगढ़ के पूर्व बीजेपी विधायक अशोक सिंह के दामाद हैं. इनके भतीजा भी पकड़ा गया है. कैमूर बीजेपी का जिला प्रवक्ता और रामगढ़ प्रभारी भी पकड़ा गया है. जो थार मिला है उसपर अशोक सिंह नाम का स्टिकर लगा है.
"ऐसा लग रहा है कि अशोक सिंह बिहार में एनआईए के माध्यम से एक्सटॉर्शन की इंडस्ट्री चला रहे हैं. एनआईए डीएसपी अजय प्रताप सिंह को सीबीआई द्वारा घुस लेते हुए पकड़ा गया है. अजय प्रताप सिंह रामगढ़ के बीजेपी के पूर्व विधायक अशोक सिंह के दामाद हैं. इससे साफ है कि बीजेपी में क्या चल रहा है."- डॉक्टर सुबोध मेहता, राष्ट्रीय प्रवक्ता, राजद