भोपाल। मध्यप्रदेश नर्सिंग कॉलेज घोटाले में CBI अधिकारियों की मिलीभगत उजागर होने के बाद अब विभाग के बड़े अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है. अब सीबीआई अपने ही विभाग में ऐसे अधिकारियों की सफाई अभियान में जुट गई है. सीबीआई ने मध्यप्रदेश के दो इंस्पेक्टरों की प्रतिनियुक्ति को खत्म कर दिया है. वापस भेजे गए डीएसपी आशीष प्रसाद और इंस्पेक्टर ऋषिकांत असाठे हैं, इनमें से आशीष प्रसाद को सीबीआई पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है जबकि दूसरे इंस्पेक्टर ऋषिकांत असाठे की जल्द गिरफ्तारी हो सकती है. सीबीआई ने इसके पहले सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज को बर्खास्त कर दिया है. नर्सिंग कॉलेज घोटाले की जांच के नाम पर इन सीबीआई अधिकारियों ने भ्रष्टाचार की दुकान खोल ली थी.
ओके रिपोर्ट देने के 10 लाख रुपये थे फिक्स
मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों में हुई धांधली की जांच मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई द्वारा की जा रही थी. जांच की जिम्मेदारी सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज को सौंपी गई थी लेकिन इंस्पेक्टर राहुल राज ने साथी जांच अधिकारियों और नर्सिंग कॉलेज संचालकों के साथ मिलकर जांच के नाम पर ही खेल कर करना शुरू कर दिया. जांच में नर्सिंग कॉलेजों को ओके रिपोर्ट देने के नाम पर रेट तय होते थे. यह रेट 2 लाख से लेकर 10 लाख तक फिक्स किए गए. इसमें सभी की हिस्सेदारी तय की गई थी. हिस्सेदारों में नर्सिंग अफसर और पटवारी तक शामिल थे.
सीबीआई ने ही किया मामले का भंडाफोड़
बड़े पैमाने पर हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत दिल्ली सीबीआई तक पहुंची. इसके बाद सीबीआई ने छापामार कार्रवाई करते हुए पूरे मामले का भंडाफोड कर दिया. बताया जा रहा है कि जांच टीम में शामिल सभी अफसर भ्रष्टाचार में शामिल थे और सभी के दाम भी तय थे. मामले में मास्टरमाइंड सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज को बर्खास्त कर दिया है. इस अधिकारी को 10 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था.
दो इंस्पेक्टरों की प्रतिनियुक्ति खत्म
जांच में मध्यप्रदेश पुलिस के दो इंस्पेक्टरों को भी प्रतिनियुक्ति पर लिया गया था. जांच में दोनो इंस्पेक्टर आशीष प्रसाद और ऋषिकांत असाठे के दामन भी दागदार मिले. जिसके बाद सीबीआई ने उनकी प्रतिनियुक्ति खत्म कर दी और एक की गिरफ्तारी के बाद दूसरे इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी जल्द हो सकती है. दोनों अधिकारियों की विभागीय जांच भी जल्द शुरू होगी. माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश पुलिस इन दोनों अधिकारियों पर भी बेहद सख्त कार्रवाई कर सकती है.