भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लगातार मानवाधिकार आयोग के हनन के मामलों को देखते हुए मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष महेश ममतानी ने 5 मामलों में संज्ञान लिया है. इन सभी मामलों में जिम्मेदार अधिकारियों से समय सीमा के अंतर्गत जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया गया है.
शराबी पिता द्वारा मां की पिटाई और पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने से आहत बेटी ने किया आत्मदाह
खरगोन जिले के बड़वाह स्थित रावत पलासिया से 17 वर्षीय बालिका द्वारा आत्मदाह करने का मामला सामने आया था. इस मामले में बालिका 90 प्रतिशत तक झुलस गई थी. परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. बालिका ने सुसाइड नोट में लिखा है, ' पिता शराब पीकर मां की पिटाई करते थे. हम 100 से अधिक बार डायल-100 को बुला चुके है, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. मेरी मौत के जिम्मेदार मेरे शराबी पिता और बड़वानी पुलिस अधिकारी है. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक खरगोन से घटना की जांच कराकर डायल-100 एवं पुलिस की कथित त्रुटि के सम्बन्ध में स्पष्ट कार्रवाई की रिपोर्ट तीन सप्ताह में मांगी है.
नशे में धुत्त नाबालिगों का झगड़ा, पुलिस मौन और एनजीओ गायब
भोपाल शहर के नादरा बस स्टैंड पर बीते तीन सप्ताह से नाबालिगों द्वारा सुलोचन के नशे करने का मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार बस स्टैंड पर 10 से ज्यादा नाबालिग देर रात सुलोचन का नशा करके होटल के कर्मचारी से झगड़ा कर रहे हैं. पुलिस और एनजीओ द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं पुलिस कमिश्नर भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्रवाई के सम्बन्ध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है.
रीवा में नदी में डूबने से दो छात्रों की मौत
रीवा जिले के बीहर नदी के करहिया घाट में दो छात्रों की नदी में डूबने से मौत होने की घटना सामने आई है. जानकारी के अनुसार दोनों छात्र बीते शनिवार को नदी में नहाते समय डूब गए थे. जिनके शव बीते रविवार को नदी से बरामद हुए. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर रीवा से मामले की जांच कराकर दोनों मृतकों के अभिभावकों को शासन की योजना नियमानुसार देय आर्थिक मुआवजा राशि के सम्बन्ध में प्रतिवेदन एक माह में मांगा है.