भोपाल: परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के ठिकानों से करोड़ों की नगदी के साथ अकूत संपत्ति बरामद होने के बाद इस मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एंट्री हो गई है. ईडी ने सौरभ शर्मा और उसके साथी चेतन सिंह गौर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. ईडी ने सोमवार को सौरभ और उसके सहयोगी चेतन गौर के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत केस दर्ज किया. ईडी बहुत जल्द अब सौरभ शर्मा के परिवार से भी पूछताछ करेगी. इस मामले में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं. इसके साथ ही केंद्रीय राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने भोपाल के पास जंगल में कार से जब्त सोने व नगदी की जांच शुरू कर दी है.
परिवहन विभाग के चेक पोस्टों पर सौरभ शर्मा का वर्चस्व
इस मामले की जांच में जुटी लोकायुक्त की टीम का कहना है कि सौरभ शर्मा सेवानिवृत्त होने के बाद भी परिवहन विभाग में सक्रिय था. सौरभ अपने लोगों को परिवहन के चेक पोस्टों पर भेजा करता था. ये भी बताया जाता है कि तब सितंबर 2023 में कुछ अधिकारियों ने इसका विरोध किया था और इसकी जानकारी ऊपर तक भेजी थी. भोपाल के मेंडोरी के जंगल में कार में मिले 52 किलो गोल्ड और 10 करोड़ कैश की जांच इनकम टैक्स के अलावा केंद्रीय राजस्व खुफिया निदेशालय भी कर रहा है.
परिवहन विभाग के चेक पोस्टों से करोड़ों वसूले
आरोप है कि सौरभ शर्मा ने सालभर के अंदर ही परिवहन विभाग के चेक पोस्टों से 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की काली कमाई की. बता दें कि सौरभ शर्मा के आवास और कार्यालय से करीब 8 करोड़ की संपत्ति और बरामद की गई है. मामले के अनुसार लोकायुक्त की टीमों ने 19 और 20 दिसंबर को भोपाल की अरेरा कॉलोनी में स्थित सौरभ शर्मा के बंगले पर छापा मारा था. लोकायुक्त की कार्रवाई के दौरान सौरभ शर्मा के मकान से 3 करोड़ 86 लाख कीमत की संपत्ति पाई गई. जिसमें वाहन, घर के सामान, आभूषण और नकदी भी शामिल है. वहीं, आरोपी के कार्यालय जहां उसके सहयोगी चेतन सिंह गौर का निवास भी है, करीब 4 करोड़ 12 लाख की संपत्ति पाई गई. दोनों जगह से कुल मिलाकर करीब 8 करोड़ की संपत्ति पाई गई है.
भोपाल में लावारिस कार में मिला था 52 किलो सोना
गौरतलब है कि भोपाल के मेंडोरी के जंगल से आयकर विभाग ने 3 दिन पहले एक कार से 52 किलो सोना और 10 करोड़ नगदी बरामद की थी. इसकी कीमत करीब 40 करोड़ 47 लाख रुपए आंकी गई. आयकर अधिकारियों को अंदेशा था कि जिन रियल एस्टेट कारोबारियों पर दबिश दी गई है, सोने के तार उनसे ही जुड़े हो सकते हैं. इससे पहले आयकर विभाग के अफसरों ने 18 दिसंबर को त्रिशूल कंस्ट्रक्शन, क्वालिटी ग्रुप और ईशान ग्रुप के भोपाल-इंदौर के 51 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसलिए जांच टीमों को शक था कि ये सोना इन्हीं में से किसी का हो सकता है. लेकिन इस मामले में अब निकलकर सामने आया कि सोने से भरी कार का कनेक्शन आरटीओ के पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा से ही है.