भोपाल: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मध्य प्रदेश में मिली करारी हार के बाद मंथन का दौर जारी है. संगठन को मजबूत करने के लिए एक के बाद एक मैराथन बैठकें हो रही हैं. शनिवार को भी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में कार्यकर्ताओं को कैडर मजबूत बनाने को लेकर मंथन किया गया. इस दौरान वरिष्ठ नेताओं ने संगठन में 50-50 का फॉर्मूला लागू करने का सुझाव दिया. बैठक में मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव जितेंद्र सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और दिग्विजय सिंह मौजूद रहे.
इस तरह एमपी कांग्रेस में लागू होगा 50-50 फॉर्मूला
बता दें कि, पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की कार्यकारिणी में पदाधिकारियों की भरमार थी. अब इसमें कटौती करने की योजना बनाई जा रही है. नए नियमों के तहत संगठन में 50-50 का फॉर्मूला लागू किया जाएगा. इसके तहत कार्यकारिणी में 50 प्रतिशत नए नेताओं को मौका दिया जाएगा. जबकि इसमें बाकी 50 प्रतिशत नेता पुराने होंगे. इससे जनता के बीच भी सकारात्मक संदेश जाएगा और नए कार्यकर्ता पार्टी से जुड़ेंगे.
कांग्रेस छोड़ने वालों के लिए पार्टी का दरवाजा बंद
इस बैठक में कांग्रेस छोड़कर जाने वाले पार्टी नेताओं को लेकर भी महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है. इसके तहत जो लोग विधानसभा या लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर गए हैं, उनको वापस पार्टी में नहीं लिया जाएगा. इसका प्रस्ताव कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से पारित किया गया है. वहीं अनुशासन को लेकर भी पार्टी सख्ती दिखाने जा रही है. जो लोग पार्टी के बाहर जाकर अनुशासनहीनता करेंगे, उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.