मुरैना: जिले में खाद के लिए किसानों की मारामारी मची हुई है. कृषि उपज मंडी पर खाद लेने के लिए रात से ही लंबी लाइन लग रही है. यह भीड़ लगातार कई दिनों से लग रही है. किसान रात से ही लाइन में लग जा रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी उन्हें खाद मिलने की कोई गारंटी नहीं है. दिनभर लाइन में लगने के बाद कई किसानों को निराश वापस घर लौटना पड़ता है. किसानों का आरोप है कि अधिकारी खाद को ब्लैक कर रहे हैं. वहीं कृषि मंत्री का कहना है कि खाद पर्याप्त है.
डीएपी के लिए लग रही लंबी-लंबी लाइन
मध्य प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंसाना के गृह जनपद मुरैना में डीएपी खाद लेने के लिए किसानों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. कृषि उपज मंडी स्थित खाद वितरण केन्द्र पर लंबी-लंबी कतारें लग रही है. शनिवार और रविवार को अवकाश के चलते सोमवार आधी रात से ही वितरण केन्द्र पर किसानों की भीड़ लगनी शुरू हो गई.
डीएपी के लिए कई किसान रात 2 बजे से ही लाइन में लगना शुरू कर दे रहे हैं. भारी भीड़ की वजह से सबको टोकन भी नहीं मिल पाता. इस वजह से कई घंटे लाइन में लगने के बाद सैकड़ों किसानों को वापस घर लौटना पड़ता है.
ये भी पढ़ें: जीतू पटवारी ने सरकार पर लगाए आरोप, बोले खाद नहीं मिली तो शिवपुरी में होगा चक्काजाम यहां का खाद वितरण केंद्र साक्षात नरक है, फिर भी किसान लाइन में लगने को मजबूर |
'यह कर्मचारियों की लापरवाही है'
खाद मिलने में हो रही समस्या को लेकर दोनारी गांव के किसानों का कहना है कि, यह कर्मचारियों की लापरवाही है. वह खाद को ब्लैक में स्टाक कर रहे हैं. अधिकारियों की यह सरकार को बदनाम करने की कोशिश है. वहीं, पूरे मामले को लेकर मुरैना एसडीएम भूपेंद्र सिंह का कहना है कि, "खाद की कोई कमी नहीं है, खाद पर्याप्त मात्रा में है, लेकिन भीड़ अधिक हो जाने के चलते कुछ देर के लिए टोकन वितरित करना बंद कराया गया था. अब पुलिस की निगरानी में टोकन बांटे जा रहे हैं." वहीं इस मामले में कृषि मंत्री ऐदल सिंह कंसाना का कहना है कि, "मुरैना में खाद की कोई किल्ल्त नहीं है, खाद पर्याप्त है."