भोपाल:देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह आज पंचतत्व में विलीन हो गए लेकिन अपने आर्थिक सुधारों और सादगी पूर्ण जीवन के लिए सदा याद किए जाएंगे. देश में प्रधानमंत्री रहते उनके द्वारा शुरु की गई विकास योजनाओं की आज विपक्षी भी तारीफ कर रहे हैं. फिर उनके सादगीपूर्ण व्यक्तित्व की तो देश ही नहीं दुनिया में भी तारीफ होती थी.
मुकेश नायक ने साझा की यादें
मध्य प्रदेश मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायकने बताया कि "जब वो प्रधानमंत्री नहीं बने थे तब एक बार दिल्ली स्थित उनके निवास पर जाना हुआ. जैसे ही हम गेट पर पहुंचे वो कहीं निकलने के लिए अपनी फिएट कार में बैठे, लेकिन उनकी कार स्टार्ट नहीं हुई. उस समय घर में एक ही चौकीदार था. उन्होंने आवाज लगाकार उसे बुलाया और धक्का लगाने को बोले. लेकिन वजन अधिक होने से धक्का नहीं लग पा रहा था उस दौरान हमने उनसे मुलाकात की और जाते समय उनकी गाड़ी में धक्का लगाया."
मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में वरिष्ठ नेताओं ने डॉ मनमोहन सिंह से जुड़ी यादों को साझा किया (ETV Bharat) 'विचारों में थी ऐसी स्पष्टता'
मध्य प्रदेश मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायकने बताया कि "केंद्र सरकार जब भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन कर रही थी, उस समय सोनिया गांधी ने मुझे बुलाकर कहा था कि हम सभी प्रदेशों में इस संबंध में प्रेसवार्ता करना चाहते हैं. इसकी बारीकियों के बारे में जनता को बताना चाहते हैं. इसलिए आप प्रधानमंत्री से जाकर मिल लें. जब पूरी तैयारी करने के बाद अगले दिन मैं उनसे मिलने गया तो इस दौरान उन्होंने कहा कि पहले हमको इस मामले की पड़ताल करना चाहिए कि भूमि अधिग्रहण कानून से क्या बदलाव होंगे. किसानों के जीवन पर इसका क्या असर होगा. उद्योगों को यह किस प्रकार प्रभावित करेगा. पूर्व प्रधानमंत्री के विचारों में इतनी स्पष्टता थी कि उनके द्वारा किए जा रहे काम से किसी को परेशानी नहीं होना चाहिए."
भोपाल-इंदौर में मेट्रो और बीना रिफायनरी की दी सौगात
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने भोपाल में मेट्रो ट्रेन चलाने के लिए बने पहले प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. जब वे प्रधानमंत्री थे, तब 20 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में मेट्रो ट्रेन चलाने का प्रस्ताव तैयार हुआ था. कमलनाथ तब केंद्र में शहरी विकास मंत्री थे. उस समय बाबूलाल गौर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे. उन्होंने कमलनाथ के जरिए राजधानी भोपाल में मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए प्रस्ताव पीएमओ को भेजा था. वहीं बीना रिफायरी का शुभारंभ भी उनके प्रयासों से हुए.
7 बार आए मध्य प्रदेश
डॉ मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री बनने के बाद 7 बार मध्य प्रदेश की यात्रा की. आखिरी बार वो 17 दिसंबर 2019 को भोपाल आए थे. तब कमलनाथ सरकार ने अपने 5 साल का विजन डाक्यूमेंट लांच किया था. हालांकि इसके करीब 6 महीने बाद ही कांग्रेस सरकार गिर गई. शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी.