इंदौर: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय दौरे पर महू पहुंचे. महू में सैन्य छावनी के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हुए. उन्होंने सेना के जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि महू एक पुण्य धरा है यह बाबा साहब की जन्मस्थली है. महू में भारतीय सेना के जवानों और अधिकारियों को युद्ध कौशल में पारंगत बनाया जाता है. यहां आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में उनके साथ थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी मौजूद रहे. बता दे कि इसके पहले उन्होंने डॉ भीमराव अंबेडकर जन्मस्थली स्मारक पहुंचकर बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया.
'रक्षा ही नहीं राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका'
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने महू में आयोजित कार्यक्रम में सेना के अधिकारियों और जवानों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि "आप केवल सैनिक ही नहीं हैं राष्ट्र निर्माण के अग्रदूत भी हैं. 2047 तक हमें एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है, इसमें सेना की अहम भूमिका है. सेना द्वारा केवल देश की रक्षा ही नहीं की जाती बल्कि राष्ट्र निर्माण में भी अहम भूमिका निभाई जा रही है."
'आभार नहीं सम्मान व्यक्त करता हूं'
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि "यह पहला मौका है जब मैं यहां आया हूं. महू में मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्युनिकेशन, आर्मी वॉर कॉलेज और इन्फैंट्री स्कूल लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं. यह संस्थान अपनी स्थापना के समय से ही भारतीय सेना के जवानों और अधिकारियों को मिलिट्री स्ट्रेटजी और युद्ध कौशल में लगातार पारंगत बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि जवानों के बीच आना गौरव का विषय है. इसलिए मैं आभार नहीं आप सभी के प्रति सम्मान व्यक्त करता हूं. आप सभी आम नहीं खास हैं. सेना के जवानों का समर्पण देशवासियों के लिए इंस्पायर करता है."
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'हमेशा सजग रहने की जरुरत'
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि "अनुशासन बनाए रखना किसी साधना से कम नहीं है साथ ही आपकी पूरी ट्रेनिंग और दिनचर्या भी किसी युद्ध से कम नहीं है. हमें देश के लिए हमेशा सजग रहने की जरुरत है. आपका समर्पण और आपकी कर्तव्य निष्ठा सभी के लिए प्रेरणा का काम करती है. हम सब जिस पुण्य भूमि पर खड़े हैं वह बाबा साहब अंबेडकर की भूमि है. ऐसे में उन्होंने हमेशा निष्काम काम भावना से सेवा की है. इस दौरान उन्होंने विभिन्न सैन्य अधिकारियों से यहां होने वाली सैन्य गतिविधियों की जानकारी भी ली."