प्रतापगढ़: जनसत्ता दल लोकतांत्रिक दल के अध्यक्ष और कुंडा से बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पत्नी भानवी कुमारी सिंह इन दिनों फिर से सुर्खियों में हैं. दरअसल, बीते दिनों उन्होंने बड़ा ऐलान कर दिया था, जिसके बाद उनके खिलाफ शनिवार को लखनऊ में FIR दर्ज हुई है. FIR के बाद उन्होंने फिर से X पर पोस्ट किया है कि मुझे कोई डर नहीं, क्योंकि सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं.
भानवी सिंह ने 18 जुलाई को एक बड़ा संकल्प लेकर मैदान में उतरने की बात कही थी. हालांकि, यह मैदान राजनीति का होगा या फिर अपने इंसाफ की लड़ाई का, यह स्पष्ट नहीं था. अब FIR दर्ज होने के बाद फिर उन्होंने एक पोस्ट किया है.
भानवी कुमारी सिंह ने पहले तो जयशंकर प्रसाद की चार लाइनें लिखी हैं, "वह पथ क्या, पथिक कुशलता क्या, जिस पथ पर बिखरे शूल न हो, नाविक की धैर्य परीक्षा क्या, यदि धाराएँ प्रतिकूल न हो."
उन्होंने फिर आगे अपनी बात रखते हुए लिखा है, "मुझे कोई डर नहीं, क्योंकि सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं. मुझे अपनी न्यायपालिका पर भरोसा है. लेकिन यहां लिखना इसलिए जरूरी है क्योंकि बहुत से लोगों के फोन आ रहे हैं. लोग मेरा पक्ष जानना चाहते हैं. मुझे मीडिया से पता चला कि एक और एफआईआर मेरे खिलाफ, उसी हजरतगंज कोतवाली में दर्ज हुई है जहां मेरे विरुद्ध साजिश की पहली पटकथा एक आईओ के माध्यम से लिखी गई थी. मैं यह जरूर जानने का प्रयास करूंगी कि आखिर इस हजरतगंज कोतवाली में ही मेरे खिलाफ फर्जी एफआईआर क्यों हो रही है. कौन इसका सूत्रधार है. क्या यहां बैठा कोई व्यक्ति स्वयं पार्टी बन गया है."
भानवी सिंह ने आगे लिखा, "अचरज यह है कि सारे मामले की जानकारी मुझे मीडिया से ही मिलती है. अन्याय के विरुद्ध लड़ाई में जो एफआईआर मैंने की थी उस पर आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई. लेकिन, मुझे तोड़ने और कमजोर करने के लिए साजिश पर साजिश हो रही हैं."
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाते हुए लिखा है कि, "अगर संभव है तो एक बार पूरे मामले की निष्पक्ष जांच का जिम्मा किसी ऐसी एजेंसी को दे दीजिए जहां दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए. मैं डीजीपी से भी अनुरोध करती हूं कि कृपया हजरतगंज कोतवाली में हो रही एफआईआर और मेरे प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर अन्यायपूर्ण और द्वेषपूर्ण कार्रवाई कर रहे अफसरों की भी जांच करवाएं. केवल दबाव में हो रही कार्रवाई बहुत ही अनुचित है. बाकी एफआईआर के हर झूठ को उचित माध्यम से विधिसम्मत तरीके से मैं बेनकाब करूंगी."
भानवी सिंह पर क्यों दर्ज हुई FIR:राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह के खिलाफ लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है. हजरतगंज कोतवाली में शिकायतकर्ता आशुतोष सिंह ने मुकदमा दर्ज करवाया है. भानवी सिंह द प्रॉपर्टीज की निदेशक हैं. भानवी पर कंपनी के पूर्व निदेशक ने ही FIR दर्ज करवाई है. पूर्व निदेशक आशुतोष का आरोप है कि दबाव बनाकर कंपनी के निदेशक पद से उन्हें हटाया गया. उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी गठन के समय से वह इसके शेयर धारक हैं. उन्हें फर्जी हस्ताक्षर कर फ्रॉड करके कंपनी से हटाया गया है. जिसकी शिकायत कानपुर के रजिस्ट्रार कार्यालय में की गई थी. कंपनी के शेयर में भी भानवी सिंह ने फ्रॉड किया है.
भानवी सिंह ने मैदान में उतरने की कही थी बात:बता दें कि राजा भैया और भानवी सिंह के बीच विवाद काफी बढ़ गया है. भानवी ने अपने पति राजा भैया समेत उनके सबसे करीबी और मुंह बोले भाई अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल जी पर कई संगीन आरोप लगाए हैं. साथ दोनों का तलाक का मामला भी कोर्ट में चल रहा है. भानवी सिंह ने इसके पहले सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट कर कहा था, "कभी कभी सोचती हूं जब रियासत, राजघरानों से संबंधित महिलाओं को अपने सम्मान, गरिमा की रक्षा के लिए इतना संघर्ष करना पड़ता है. सरकार से याचना करनी पड़ती है और एक आईओ भी किसी की शह पर धमकी भरी भाषा में बात कर सकता है तो आम महिलाओं के साथ क्या होता होगा? अपनी व्यक्तिगत लड़ाई मैं जरूर लड़ूंगी लेकिन महिला हितों के लिए बड़ी लड़ाई का भी संकल्प लेकर जल्द मैदान में उतरूंगी. उचित समय का इंतजार कीजिए."
पति राजा भैया से बढ़ा विवाद:राजा भैया ने अपनी पत्नी भानवी सिंह से तलाक लेने के लिए दिल्ली के साकेत कोर्ट में अप्रैल में अर्जी लगाई थी. राजा भैया की भानवी सिंह के साथ शादी साल 1995 में हुई थी. शादी के समय राजा भैया करीब 25 वर्ष के थे और भानवी सिंह की उम्र 20 वर्ष थी. उनके चार बच्चे हैं. कुछ सालों से दोनों का रिश्ता बिगड़ना शुरू हो गया था. इस बीच, भानवी सिंह राजा भैया से अलग होकर अपने दिल्ली स्थित आवास पर रहने लगी थीं.
राजा भैया से भानवी सिंह ने किस आधार पर मांगा है तलाक:राजा भैया ने तलाक याचिका में आरोप लगाया है कि भानवी सिंह ने ससुराल छोड़ दिया है और वापस आने से इंकार कर दिया है. रघुराज प्रताप सिंह की ओर से पत्नी से तलाक के लिए 2022 में याचिका दायर की गई थी. याचिका में क्रूरता और परित्याग के आधार पर तलाक मांगा गया है.
कुंडा की रानी हैं भानवी सिंह:28 वर्ष पहले 17 फरवरी 1995 को बस्ती राजघराने के राजा के छोटे भाई कुंवर रवि प्रताप सिंह की तीसरी बेटी भानवी सिंह की शादी कुंडा के भद्री एस्टेट के कुंवर रघुराज प्रताप सिंह से हुई थी. उस वक्त रघुराज प्रताप सिंह 25 वर्ष और भानवी सिंह 20 वर्ष की थी. तब तक रघुराज प्रताप विधायक भी बन चुके थे. दोनों की शादी धूमधाम से हुई थी. भानवी सिंह एक राजघराने से दूसरे राजघराने कई सपने लेकर आई थीं, जो धीरे धीरे पूरे होते दिख रहे थे. कुंडा के लोग उन्हें रानी साहिबा कहते हैं.
राजा भैया का व्यापार संभालती थीं भानवी:शादी के बाद रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया राजनीति में व्यस्त हो गए. भानवी सिंह घर के साथ ही पति के व्यापार को भी संभालने लगीं. कहा जाता है कि भानवी सिंह को भद्री एस्टेट से 4 किलो सोना और 10 किलो चांदी मिले थे. 53 वर्षीय रघुराज प्रताप सिंह अवध के भद्री एस्टेट के राजा हैं. उनके बाबा बजरंग बहादुर सिंह पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय संस्थापक कुलपति और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे हैं. उनके पिता राजा उदय प्रताप सिंह की हुकूमत आज भी कुंडा में चलती है. उदय प्रताप पायलट रहे हैं.
राजा भैया और भानवी सिंह के हैं चार बच्चे:राजा भैया और भानवी की शादी के तीन साल बाद वर्ष 1998 में एक बेटी हुई, जिसका नाम राघवी कुमारी रखा गया. राघवी वर्तमान में 24 वर्ष की हैं. दो साल बाद वर्ष 2000 में एक और बेटी राजेश्वरी कुमारी का जन्म हुआ था. तीन साल बाद 2003 में भद्री एस्टेट में दो जुड़वा राजकुमारों का जन्म हुआ, जिनका नाम शिवराज और ब्रजराज रखा गया. सूत्रों के मुताबिक, दोनों बेटी हमेशा से मां के पास ही रही हैं. बेटे पिता यानी राजा भैया के पास उस वक्त रहते हैं, जब वे अपने हॉस्टल से छुट्टी पर घर आते हैं. बताया जाता है कि भद्री एस्टेट के बड़े राजा और रघुराज प्रताप के पिता उदय प्रताप सिंह अपनी बहू और दोनों पोतों के प्रिय हैं.
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