बेतिया: सीएम नीतीश कुमार ने महिलाओं की मांग पर बिहार में शराब बंद करवाया था. ताकि महिलाओं को शराबियों से निजात मिल सके. लेकिन बेतिया जी.एन.एम. प्रशिक्षण संस्थान की छात्राएं अपने शराबी प्रभारी प्राचार्य के खौफ में जीने को मजबूर हैं. शराबी प्रभारी से निजात दिलाने के लिए छात्राओं ने सीएम नीतीश कुमार, स्वास्थ मंत्री मंगल पांडे को लेटर लिखकर भेजा है. ये मामला जब गुरुवार को डीएम के पास पहुंचा तो उन्होंने प्रभारी प्राचार्य को निलंबित कर दिया.
''जीएनएम की छात्राओं ने मुलाकात की और उन्होंने प्राचार्य के बारे में सारी करतूत बतायी हैं. हमने उसे गंभीरता से लिया गया है और प्राचार्य को तुरंत निलंबित करने का आदेश दिया गया है. लड़कियों की सुरक्षा के लिए एसपी बेतिया को निर्देशित किया है.''- दिनेश कुमार राय, बेतिया डीएम
बेतिया के शराबी प्राचार्य का खौफ : आरोप है कि बेतिया जी.एन.एम. प्रशिक्षण संस्थान के प्रभारी प्रचार्य मनीष जायसवाल कार्यालय में ही शराब पीते हैं. खुद शराब का जाम बनाते हैं. कार्यालय में शराब की बोतल टेबल पर रखते हैं. छात्राओं के बीच अश्लील तरीके से मसाज कराते हैं. प्रभारी का इन सब करतूतों का फोटो वायरल भी हो जाता है. जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान की छात्राएं सभी फोटो को संलग्न कर विभाग को जानकारी देती हैं.
आरोपों पर प्राचार्य की सफाई : छात्राओं की शिकायत के बाद नर्सिंग के प्रमुख निदेशक डॉ सुनील कुमार झा ने बेतिया सिविल सर्जन को जाँच करने का निर्देश पत्र जारी किया. जबाब में बेतिया सीएस द्वारा प्रभारी को दोषी मानते हुए रिपोर्ट भी भेजा जा चुका है, लेकिन आज तक शराबी प्रचार्य पर कोई एक्शन विभाग की तरफ से नहीं लिया गया है. अपने ऊपर लगे आरोपों की पुष्टि खुद प्रभारी प्राचार्य मनीष जायसवाल ने की है. लेकिन उन्होंने अपनी सफाई में ये भी कहा कि उन्होंने विभागीय तरीके से स्पष्टीकरण दे दिया है. जो फोटो वायरल हो रहे हैं वो AI से एडिटेड हैं. जल्द ही उन्हें विभाग की तरफ से क्लीन चिट मिल जाएगी.
नर्सिंग छात्राओं ने खोला मोर्चा: इधर अब भी नर्सिंग कॉलेज की छात्राएं प्रभारी प्राचार्य के खिलाफ मोर्चा खोले हुईं हैं. उन्होंने शराबी प्रभारी प्राचार्य के अश्लील हरकतों पर कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार को कॉलेज परिसर में नारेबाजी की. छात्राओं ने बतााया कि सीएम से लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को चिट्ठी लिखकर यहां के हालात से अवगत कराया है, बावजूद इसके उसपर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.