आयुर्वेद डॉक्टर अंकित नामदेव कहते हैं कि जिस मक्खन को लोग आजकल बटर के नाम से जानते हैं, उसके फायदे भी काफी ज्यादा हैं. मक्खन की बात करें तो सबसे पहले हमें ये समझना जरूरी है, कि बटर है क्या? दरअसल, दूध को दही जमा करके उसको मथने के बाद में जो प्रोडक्ट निकलता है, उसे बटर बोला जाता है, आज मार्केट में डायरेक्ट दूध को मथ के भी बटर निकाला जाता है.
मक्खन/बटर खाने के ये फायदे
आयुर्वेद डॉक्टर अंकित नामदेव बताते हैं कि संस्कृत भाषा में मक्खन को हम नवनीत बोलते हैं, और आयुर्वेद में नवनीत को वात पित्त शामक, शरीर को हष्ट पुष्ट करने वाला और काफी सारी बीमारियों का रामबाण इलाज कहा गया है. रही बात साइंस की तो इसमें फैट्स, सॉल्युबल विटामिन ए, डी, ई और के शामिल होते हैं. हालांकि, क्योंकि यह सैचुरेटेड फैट होता है इसलिए इसका इसका सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए. अगर सीमित मात्रा में इसका सेवन प्रतिदिन किया जाए तो इसके लाभ लिए जा सकते हैं. इसी मक्खन को और पकाने के बाद घी बनता है.
इन समस्याओं में बटर का सेवन लाभकारी
डॉक्टर अंकित नामदेव आगे बताते हैं कि बटर का सेवन कई स्वास्थ्य समास्याओं के दौरान राहत दे सकत है. ब्लीडिंग डिसऑर्डर यानी शरीर के किसी भी मार्ग से खून बहने की समस्या में भी ये राहत देता है. जिन्हें अत्यधिक गर्मी लगती है, उनके लिए भी बटर का सीमित मात्रा में सेवन काफी फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि बटर शरीर की गर्मी को भी कम करता है. इसके अलावा हाथ पैर की जलन की स्थिति में भी बटर की मालिश की जा सकती है. आयुर्वेद डॉक्टर आगे कहते हैं, '' इसका जो मेरे हिसाब से प्रयोग है वो ये है कि अगर किसी किसी पेशेंट को मक्खन के साथ में थोड़ा सा लहसुन पीस करके दिया जाए, तो काफी हद तक नुकसान से बचा जा सकता है.''