मध्य प्रदेश

madhya pradesh

भोपाल में 'बीटिंग द रिट्रीट', संगीत प्रेमियों के लिए आज की शाम रहेगी खास

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 29, 2024, 10:21 AM IST

Beating the Retreat Bhopal : भोपाल में आज सोमवार का दिन संगीत प्रेमियों के लिए रहेगा खास रहेगा. 26 जनवरी के आयोजन के बाद 29 जनवरी को नई दिल्ली के अलावा देश के दिल कहे जाने वाले मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शाम को बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम का आयोजन होना है.

Beating the Retreat in Bhopal
भोपाल में 'बीटिंग द रिट्रीट

भोपाल।बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम में राज्यपाल मंगु भाई पटेल के साथ मुख्यमंत्री मोहन यादव भी मौजूद रहेंगे. कार्यक्रम में बैंड के माध्यम से मधुर संगीत के साथ ही आतिशबाजी का भी आयोजन किया जाता है. भोपाल में काफी संख्या में लोग इस कार्यक्रम में शामिल होते हैं. ये कार्यक्रम सायंकाल 4:30 बजे जहांगीराबाद स्थित मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में होगा. एसएएफ भोपाल रेंज के आईजी अभय सिंह के मार्गदर्शन में बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम की फाइनल रिहर्सल की गई. इसमें मुख्‍य अतिथि की भूमिका 7वीं वाहिनी के प्रधान आरक्षक रामचंद्र कुशवाह और कार्यक्रम अध्यक्ष की भूमिका एएसआई चंदगीराम सेन ने निभाई.

मार्चपास्ट भी देखने लायक

इस अवसर पर पुलिस विभाग के वरिष्‍ठ अधिकारी मौजूद रहे. बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम में पुलिस ब्रास बैण्ड कॉन्‍सर्ट, ब्रास तथा आर्मी पाइप बैण्ड का संगीतमयी और मनोहारी प्रस्तुतित होगी. ब्रास बैण्डस द्वारा कर्णप्रिय संगीतमयी धुन, सामूहिक वादन तथा क्‍विक एवं स्‍लो मार्च जैसी प्रस्तुतियां दी जाएंगी. पुलिस ब्रास बैण्ड द्वारा हिन्दी व अंग्रेजी के साथ क्लासिकल धुनों को पेश किया जाएगा. नई एवं पुरानी हिन्दी फिल्मों के गानों की संगीतमय भी प्रस्तुति दी जाएगी. पुलिस बैण्ड तथा आर्मी बैंड द्वारा मार्चपास्ट करते हुए बैण्डवार व सामूहिक प्रस्तुतियां देंगे.

ये खबरें भी पढ़ें...

आतिशबाजी भी होगी

कार्यक्रम के समापन के समय सभी बैण्ड सामूहिक प्रस्तुति देंगे व “सारे जहाँ से अच्छा’’ गीत की धुन पर मार्चपास्ट करेंगे. राष्ट्रगान के बाद आतिशबाजी होगी. उल्लेखनीय है कि “बीटिंग द रिट्रीट’’ सैन्य व अर्द्ध सैन्य बलों की प्राचीन परम्परा है. युद्ध के बाद जब सैन्य टुकड़ियां वापस अपने कैम्पों में आती थीं तो युद्ध के बाद तनाव कम करने एवं मनोरंजन के लिए बैण्ड वादन का कार्यक्रम रखा जाता था. भारत में इस कार्यक्रम के साथ ही गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों का औपचारिक समापन होता है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details