बस्ती : अयोध्या में भगवान राम का भव्य और दिव्य मंदिर बनकर तैयार है. इसके बाद से लोगों में ईश्वर, मंदिर और पूजा पाठ में आस्था बढ़ रही है. आम लोग भी मंदिरों में दान देने पहुंच रहे हैं. बस्ती के बनकटी में स्थित 150 साल पुराने शिव मंदिर में एक क्विंटल चांदी का दान किया गया. इसके बाद बाबा महाकाल की तर्ज पर शिवलिंग को सजाया गया है. दूर-दूर से लोग इस मंदिर में भगवान भोलेनाथ का दर्शन के लिए आ रहे हैं.
बस्ती जिले के महुली मार्ग पर विकासखंड बनकटी के बेहिल गांव में लगभग 150 वर्ष पुराना बाबा बेहिलनाथ का मंदिर अपने आप में सैकड़ों वर्षों का इतिहास समेटे है. यहां ईसा पूर्व पांचवीं सदी के मृदभांड (मिट्टी के बर्तन) के टुकड़े मिल चुके हैं. स्थानीय लोगों का मानना है कि यह मंदिर कई सदी पुराना है.
मंदिर में चांदी दान करने वाले पूर्व ब्लॉक प्रमुख रहे रमेश बहादुर सिंह बताते हैं कि वर्षों पूर्व यहां बहुत पतली आकार में शिवलिंग मिट्टी से निकला था. बस्ती गजेटियर के अनुसार बाबा बेहिलनाथ स्वयं में अनूठा शिवलिंग है. बाबा बेहिलनाथ मिट्टी के अष्टकोणीय अर्घें से प्राप्त हुए थे.
उस समय के तत्कालीन जमींदार वजीर सिंह शिवलिंग को खोदवा कर अपने गांव ले जाना चाहते थे, लेकिन 10 फीट खोदाई करने के बावजूद शिवलिंग के जड़ का पता नहीं चला सका. इस बीच खोदाई के दौरान मिट्टी से अधिसंख्य बिच्छू, सांप और अन्य जहरीले जीव निकलने लगे. इससे भयभीत होकर जमींदार ने खोदाई बंद करवा दी. इससे स्थानीय और क्षेत्र के जनता की आस्था व विश्वास और बढ़ गया.
सर्वप्रथम मंदिर इस सिद्ध स्थान का जीर्णोद्धार अमोढ़ा निवासी ब्राह्मण बाबा रामदेव ने कराया था. इनकी भोलेनाथ में इतनी आस्था थी कि ब्रह्ममुहूर्त से सायं तक एक पांव पर खड़े होकर यह आराधना किया करते थे. इस दौरान यहां कुछ ऐसे चमत्कार हुए कि लोग दूर-दूर से अपनी मुरादें मांगने यहां आने लगे.