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अनुज प्रताप सिंह एनकाउंटर; जांच में STF को मिली क्लीन चिट, चश्मदीद ने बताई पूरी सच्चाई - ANUJ SINGH ENCOUNTER CASE

पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घटनास्थल से मिले सबूतों ने एसटीएफ की कार्रवाई को सही साबित किया. 23 सितंबर को हुई थी मुठभेड़.

अनुज सिंह एनकाउंटर मामले में एसटीएफ को मिली क्लीन चिट
अनुज सिंह एनकाउंटर मामले में एसटीएफ को मिली क्लीन चिट (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 28, 2024, 2:08 PM IST

उन्नाव : अचलगंज थाना क्षेत्र के कुल्हा गड़ा मार्ग पर 23 सितंबर को हुए चर्चित सुल्तानपुर डकैती कांड के आरोपी अनुज सिंह के एनकाउंटर को लेकर जारी विवाद अब थम गया है. मजिस्ट्रियल जांच में इस एनकाउंटर को पूरी तरह से सही ठहराते हुए एसटीएफ को क्लीन चिट दे दी गई है. सिटी मजिस्ट्रेट राजीव राय की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि एनकाउंटर आत्मरक्षा में किया गया था.

एसटीएफ और अनुज सिंह के बीच यह मुठभेड़ 23 सितंबर की सुबह हुई थी. जांच में बताया गया कि एसटीएफ ने पहले अनुज सिंह को सरेंडर करने के लिए कहा था, लेकिन उसने ऐसा करने के बजाय पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें अनुज सिंह की मौत हो गई.

घटना के समय वहां मौजूद मवैया गांव के एक चश्मदीद ने बताया कि वह अपनी मोटरसाइकिल से अचलगंज हाईवे से कुल्हागाढा की ओर जा रहा था, तभी उसने कुछ लोगों को भागते हुए देखा. एक व्यक्ति ने जोर से आवाज देकर मोटरसाइकिल रोकने को कहा और खुद को पुलिसकर्मी बताया. इसके बाद उसने गोली चलने की आवाज सुनी और देखा कि एक व्यक्ति गोली चलाते हुए भाग रहा था. पुलिस ने उसका पीछा किया और जवाबी फायरिंग में वह व्यक्ति घायल हो गया. बाद में उसकी मौत हो गई.

वहीं, घटना की सत्यता जांचने के लिए उन्नाव के जिलाधिकारी गौरांग राठी ने सिटी मजिस्ट्रेट राजीव राय को मजिस्ट्रियल जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी. जांच के दौरान मवैया गांव के चश्मदीदों, एसटीएफ टीम के सदस्यों, फोरेंसिक विशेषज्ञों, पोस्टमार्टम करने वाली टीम, फार्मासिस्ट और एंबुलेंस चालक के बयान दर्ज किए गए. फोरेंसिक जांच में भी यह पुष्टि हुई कि अनुज सिंह ने पुलिस पर पहले गोली चलाई थी. आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घटनास्थल से मिले सबूतों ने भी एसटीएफ की कार्रवाई को सही साबित किया.

इस एनकाउंटर को लेकर विपक्ष के कई नेताओं ने सवाल खड़े किए थे. उन्होंने इसे फर्जी एनकाउंटर करार देते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की थी. इन आरोपों के बाद जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे. सिटी मजिस्ट्रेट की जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि अनुज सिंह ने पुलिस पर पहले गोली चलाई थी और एसटीएफ ने आत्मरक्षा में कार्रवाई की. इसके साथ ही एसटीएफ को क्लीन चिट मिल गई है.


यह भी पढ़ें: नकली पुलिस, असली कमाई; उन्नाव में पुलिस की वर्दी पहनकर युवक कर रहा था वसूली, गिरफ्तार

उन्नाव : अचलगंज थाना क्षेत्र के कुल्हा गड़ा मार्ग पर 23 सितंबर को हुए चर्चित सुल्तानपुर डकैती कांड के आरोपी अनुज सिंह के एनकाउंटर को लेकर जारी विवाद अब थम गया है. मजिस्ट्रियल जांच में इस एनकाउंटर को पूरी तरह से सही ठहराते हुए एसटीएफ को क्लीन चिट दे दी गई है. सिटी मजिस्ट्रेट राजीव राय की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि एनकाउंटर आत्मरक्षा में किया गया था.

एसटीएफ और अनुज सिंह के बीच यह मुठभेड़ 23 सितंबर की सुबह हुई थी. जांच में बताया गया कि एसटीएफ ने पहले अनुज सिंह को सरेंडर करने के लिए कहा था, लेकिन उसने ऐसा करने के बजाय पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें अनुज सिंह की मौत हो गई.

घटना के समय वहां मौजूद मवैया गांव के एक चश्मदीद ने बताया कि वह अपनी मोटरसाइकिल से अचलगंज हाईवे से कुल्हागाढा की ओर जा रहा था, तभी उसने कुछ लोगों को भागते हुए देखा. एक व्यक्ति ने जोर से आवाज देकर मोटरसाइकिल रोकने को कहा और खुद को पुलिसकर्मी बताया. इसके बाद उसने गोली चलने की आवाज सुनी और देखा कि एक व्यक्ति गोली चलाते हुए भाग रहा था. पुलिस ने उसका पीछा किया और जवाबी फायरिंग में वह व्यक्ति घायल हो गया. बाद में उसकी मौत हो गई.

वहीं, घटना की सत्यता जांचने के लिए उन्नाव के जिलाधिकारी गौरांग राठी ने सिटी मजिस्ट्रेट राजीव राय को मजिस्ट्रियल जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी. जांच के दौरान मवैया गांव के चश्मदीदों, एसटीएफ टीम के सदस्यों, फोरेंसिक विशेषज्ञों, पोस्टमार्टम करने वाली टीम, फार्मासिस्ट और एंबुलेंस चालक के बयान दर्ज किए गए. फोरेंसिक जांच में भी यह पुष्टि हुई कि अनुज सिंह ने पुलिस पर पहले गोली चलाई थी. आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घटनास्थल से मिले सबूतों ने भी एसटीएफ की कार्रवाई को सही साबित किया.

इस एनकाउंटर को लेकर विपक्ष के कई नेताओं ने सवाल खड़े किए थे. उन्होंने इसे फर्जी एनकाउंटर करार देते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की थी. इन आरोपों के बाद जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे. सिटी मजिस्ट्रेट की जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि अनुज सिंह ने पुलिस पर पहले गोली चलाई थी और एसटीएफ ने आत्मरक्षा में कार्रवाई की. इसके साथ ही एसटीएफ को क्लीन चिट मिल गई है.


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