रायपुर: बस्तर हमेशा से अपनी संस्कृति और अपनी सुंदरता के लिए विश्व प्रसिद्ध रहा है. नक्सलवाद के चलते बस्तर सालों से विकास के लिए जूझ रहा है. माओवाद के चलते बस्तर के युवाओं की प्रतिभा निखर नहीं पाई. नक्सलवाद के खात्मे और युवाओं की प्रतिभा को सबके सामने लाने के लिए लगातार प्रयास हो रहे हैं. बस्तर ओलंपिक इसी कड़ी में उठाया गया अहम कदम है. बस्तर ओलंपिक में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को खेल के जरिए एक बेहतर प्लेटफॉर्म भी उपलब्ध कराया जाएगा. खिलाड़ी भी अपनी प्रतिभा का लोहा इस मंच के जरिए मनवाएंगे.
बस्तर ओलंपिक 2024: छत्तीसगढ़सरकार ने बस्तर ओलंपिक 1 नवंबर 2024 से शुरू करने का ऐलान किया है. आयोजन की सभी तैयारियां तेजी से चल रही हैं. कमिश्नर डोमन सिंह लगातार तैयारियों की मॉनिटिरिंग कर रहे हैं. साय सरकार की कोशिश है कि खेल के जरिए युवाओं की प्रतिभा को सामने लाया जाए. खेल के जरिए उनके जीवन में अनुशासन लाया जाए. खेल के जरिए यहां के युवा अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर सकें. खेल में शामिल होने के लिए खिलाड़ियों से रजिस्ट्रेशन करने की भी लगातार अपील की जा रही है.
राज्य स्थापना दिवस 1 नवंबर से होगा आगाज: खेल एवं युवा कल्याण विभाग की कोशिश है कि हर ग्राम पंचायत से कम से कम सौ लोगों का रजिस्ट्रेशन किया जाए. ज्यादा से ज्यादा लोग खेलों में हिस्सा लें. पंजीयन कराने वाले खिलाड़ियों की संख्या ज्यादा से ज्यादा हो सके, इसकी भी कोशिश लगातार की जा रही है. राज्य शासन के माध्यम से सभी विभागों के अधिकारी भी बस्तर ओलंपिक के प्रचार प्रसार में जुटे हैं. स्कूली बच्चों के जरिए भी लोगों को खेल में शामिल होने के लिए जागरुक किया जा रहा है.
खेल एवं युवा कल्याण विभाग की बड़ी पहल: बस्तर ओलंपिक की तैयारियों को लेकर कलेक्टर हरिस एस ने भी जिला और संभाग स्तर पर बैठक ली है. आयोजन को सफल बनाने के लिए जिला पंचायत सीईओ बस्तर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है. इसके अलावा खेल विभाग, लोक निर्माण विभाग, लोक निर्माण विभाग ई एण्ड एम, शिक्षा विभाग, आदिम जाति विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, जनसंपर्क विभाग, परिवहन विभाग को विभाग से जुड़ी जिम्मेदारियों सौंपी है.