पटना :गणेश चतुर्थी को लेकर हर साल की तरह इस बार भी पटना के दरोगा राय पथ स्थित महाराष्ट्र मंडल में गणेश उत्सव की भव्य तैयारी चल रही है. इस बार भी महाराष्ट्र मंडल के सदस्यों ने मुंबई से पवित्र शाडू मिट्टी से बनी गणपति की प्रतिमा पटना मंगाई है. हिंदू धर्म में इस मिट्टी से बनी गणेश की प्रतिमा काफी पवित्र मानी जाती है. ट्रक के माध्यम से पांच दिनों के लंबे सफर को तय कर गणपति की मूर्ति पटना पहुंची है. शनिवार को गणेश चतुर्थी के मौके पर मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कर स्थापना होगी.
30 लाख का हीरे जड़ित मुकुट पहनेंगे गणपति :महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष संजय भोसले ने बताया कि अब तक वह हर साल 5 फीट की गणपति की मूर्ति मंगाते थे लेकिन इस बार 6 फीट की मूर्ति है. गणपति की प्रतिमा प्रसिद्ध लाल बाग के राजा की तरह है और इसे मुंबई के कलाकारों ने बनाया है. पिछले बार भी सोने की मुकुट भगवान गणपति को पहनाई गई थी. लेकिन इस बार मुकुट का बजट बढ़ा है. हीरे जड़ित मुकुट गणपति को पहनाई जाएगी.
190 ग्राम का मुकुट है. 18 कैरेट के सोना से मुकुट तैयार हुआ है. हीरा V.V.S क्वालिटी (very very slightly included) की है. यह हीरे मानव की नंगी आंखों से सीधे नहीं देखे जा सकते. इसकी चमक दूर से दिखती है. मुंबई में यह मुकुट तैयार किया गया है. मुंबई के कारीगरों ने मुकुट को तैयार किया है.
राम मंदिर के गर्भ ग्रह के तर्ज पर पंडाल तैयार :संजय भोसले ने बताया कि महाराष्ट्र मंडल परिसर में इस बार गणेश उत्सव के मौके पर राम जन्मभूमि के गर्भ गृह के तर्ज पर पंडाल तैयार किया गया है. इस वर्ष राम मंदिर बनकर तैयार हुआ है और भगवान राम के बाल रूप जी गर्भ गृह में विराजमान हैं, वही आकार इस बार दिया गया है.