भोपाल: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लापता हुए टाइगर 'छोटा भीम' का चार दिनों बाद रेस्क्यू कर लिया गया था. अब भोपाल के वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में उसका इलाज किया जा रहा है. दरअसल, उसके गले में एक पट्टा था जिस वजह से उसके गले के चारों तरफ गहरे घाव बन गए हैं. इसके अलावा उसके पैरों के निचले हिस्सों में कई जगह फ्रैक्चर भी पाया गया है. अंदेशा है कि किसी शिकारी ने उसका शिकार करने का प्रयास किया था, जिसकी वजह से वह जख्मी हो गया था.
एक दिन पहले ली थी अच्छी डाइट
सात वर्षीय नर बाघ छोटा भीम को 30 नवंबर को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से रेस्क्यू कर इलाज के लिए भोपाल के वन विहार लाया गया था. ट्रेकुलाइज करने के लिए बेहोश किए जाने के कारण वह ट्रॉमा में पहुंच गया था. हालांकि बाद में उसकी स्थिति में सुधार हुआ और उसने 10 किलो मीट खाया. इससे उसके ठीक होने की उम्मीद करीब 80 फीसदी बढ़ गई थी.
सीनियर वाइल्ड लाइफ डॉक्टर अतुल गुप्ता ने बताया "बाघ के घावों का उपचार कर दिया गया है. गले में फंदा लगा होने की वजह से उसके गले में गहरे घाव हो गए थे. डॉक्टर्स की टीम बाघ की गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं."