वाराणसी: देव दीपावली से पहले वाराणसी में एक पुराने घाट के अस्तित्व को खत्म कर नए घाट का नाम दर्ज कर दिया गया. वाराणसी के अंतिम घाट के रूप में पहुंचने जाने वाले खिड़कियां घाट का नाम अब बदलकर वाराणसी नगर निगम के दस्तावेज में नमो घाट हो चुका है. बुधवार को कार्यकारिणी समिति की बैठक में उपसभापति के प्रस्ताव पर सभी ने सहमति जताते हुए नगर निगम की धारा का प्रयोग करते हुए नमो घाट को नए नाम के साथ निगम के दस्तावेज में दर्ज करने पर सहमति जाता दी है.
अब बनारस के खिड़कियां घाट का अस्तित्व हुआ खत्म, नगर निगम में नमो घाट का नाम दर्ज हुआ
वाराणसी नगर निगम के दस्तावेजों में नमो घाट के नाम से दर्ज हुआ नया घाट. महापौर अशोक कुमार तिवारी ने दी जानकारी.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Nov 13, 2024, 7:36 PM IST
|Updated : Nov 13, 2024, 9:26 PM IST
नगर निगम परिसर में बुधवार को महापौर अशोक कुमार तिवारी की अध्यक्षता में कार्यकारिणी समिति की बैठक हुई. जिसमें नगर निगम अधिनियम 1959 की धारा 91 (1) के अन्तर्गत अनुज्ञप्ति विभाग के उपविधि का प्रस्ताव रखा गया. कार्यकारिणी समिति के द्वारा इस शर्त के साथ पारित किया गया कि भविष्य में किसी भी प्रकार का परिवर्तन करने का अधिकार कार्यकारिणी व सदन में होगा. समिति की बैठक में उपसभापति नरसिंह दास ने प्रस्ताव प्रस्तुत किया. उपसभापति के द्वारा आदिकेशवघाट एवं राजघाट, भैंसासुर घाट के बीच बने नये घाट का नामकरण नमो घाट करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया. इसे महापौर एवं सभी कार्यकारिणी समिति के सदस्यों ने इस प्रस्ताव पर स्वीकृति देते हुए आगे की कार्रवाई के लिए नगर आयुक्त को भेजा गया.
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