बलौदाबाजार आगजनी केस, कांग्रेस का बीजेपी और पुलिस पर गंभीर आरोप - Balodabazar Arson Case
बलौदाबाजार आगजनी केस में गिरफ्तार लोगों से कांग्रेस की जांच समिति ने बिलासपुर सेंट्रल जेल में मुलाकात की. इसके बाद कांग्रेसी नेताओं ने बीजेपी सरकार और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पूर्व मंत्री धनेंद्र साहू ने कहा कि, "घटना के दौरान सतनाम सेना के लोग बड़ी संख्या में घटनास्थल पर मौजूद रहे. कुछ लोग भाजपा से जुड़े हुए हैं, जिनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है."
बिलासपुर : बलौदाबाजार आगजनी के मामले में कांग्रेस के द्वारा गठित जांच समिति आज बिलासपुर सेंट्रल जेल पहुंची. इस दौरान कांग्रेसी नेताओं ने जेल में बंद सतनामी समाज के लोगों और कांग्रेसियों से मुलाकात की. मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस नेताओं ने बीजेपी और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए.
कोरे कागज पर दस्तखत करने और धमकाने के आरोप : पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता शिव डहरिया ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि, "सभी सतनामी समाज के लोग हैं. अधिकांश जो बलौदाबाजार घटना में इस तरफ के जो लोग थे, उन लोगों को यहां लाया गया है. करीब 25 लोग यहां लाए गए हैं. हमारी कांग्रेस पार्टी की कमेटी सभी जिलों में जाकर इन लोगों से मिल रहे हैं और उनसे जानकारी ले रहे हैं कि वास्तविक स्थित क्या है."
"कुछ पुलिस वाले इनके पास आते हैं और बात कर उन पर दबाव बनाया जा रहा है. कोरे कागज पर दस्तखत करने के लिए धमकाया जा रहा है कि नहीं दस्तखत करोगे तो रासुका लगा देंगे. तुम्हारे परिवार के लोगों को, माता पिता को जेल में बंद कर देंगे. उस तरह से उनको डराया धमकाया जा रहा है." - शिव डहरिया, पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता
कांग्रेस के गंभीर आरोप : पूर्व मंत्री धनेंद्र साहू ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, "बलौदाबाजार घटना में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्हें 5-6 अलग अलग जेलों में भेजा गया है. हम पहले बलौदाबाजार जेल में बंद लोगों से मिले. आज बिलासपुर जेल में बंद लोगों से मिले हैं. घटना के दौरान सतनाम सेना के लोग बड़ी संख्या में घटनास्थल पर मौजूद थे. कुछ लोग भाजपा से जुड़े हुए हैं, जिनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है."
"ये लोग प्रत्यक्षदर्शी हैं, ये उस वक्त घटनास्थल पर मौजूद थे. इनका सीधा आरोप है कि सतनाम सेना के लोग ज्यादा से ज्यादा लोग वहां थे. उनका बकायदा मोनो था. वो जो कपड़े पहने थे, उसमें अलग चिन्ह थे. यह घटना उन लोगों के द्वारा किया गया." - धनेंद्र साहू, पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता
"सतनामी समाज को बदनाम करने की साजिश" : पूर्व मंत्री धनेंद्र साहू ने आगे कहा कि, "यहां समाज के लोग हैं, कांग्रेस के लोग हैं, लेकिन एक भी बीजेपी समर्थित लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया है. यह स्पष्ट है कि इनमें अधिकांश लोग निर्दोष लोग हैं, जिनका इस घटना से कोई संबंध नहीं. जिनके द्वारा यह घटना कराई गई है, उन लोगों को अरेस्ट नहीं किया गया है, जो लोग इस घटना में प्रमुख रुप से शामिल थे."
"कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. जबकि बीजेपी समर्थित लोगों की गिरफ्तारी से आज भी ये बच रहे हैं. इससे साबित होता है कि यह घटना सरकार द्वारा ही सतनामी समाज को तोड़ने और बदनाम करने के लिए पूर्व नियोजित साजिश है." - धनेंद्र साहू, पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता
कांग्रेस जांच समिति के सदस्य रहे मौजूद : इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ प्रेमचंद जायसी, युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, महापौर रामशरण यादव मौजूद रहे. बलौदाबाजार के जिला अध्यक्ष जितेंद्र ठाकुर और अध्यक्ष देवेंद्र देवांगन सहित कई नेता मौजूद भी इस दौरान मौजूद रहे.
बलौदा बाजार आगजनी केस में कई लोगों की गिरफ्तारी पुलिस ने की है. इस पर कहा जा रहा कि कुछ निर्दोष लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जिसके खिलाफ जांच के लिए कांग्रेस ने जांच समिति बनाई है. यही जांच दल आज शुक्रवार को बिलासपुर सेंट्रल जेल में बंद सतनामी समाज के लोगों और कांग्रेसियों से मुलाकात करने पहुंची थी.