पटना:आमतौर पर भारतीय जनता पार्टी बाहुबली नेताओं से परहेज करती है. सीधे-सीधे बाहुबली नेताओं को टिकट देने या पार्टी में शामिल करने को लेकर पार्टी में एक राय नहीं होती है. पूर्व विधायक सुनील पांडेय की जॉइनिंग भी पिछले दो-तीन दिनों से शायद इसी पशोपेश के कारण टल रही थी लेकिन अंतत: प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने सुनील पांडेय को पार्टी की सदस्यता दिलाई. उनके साथ पुत्र विशाल प्रशांत भी बीजेपी में शामिल हुए हैं. सुबह 8:00 बजे मिलन समारोह तय था लेकिन तकरीब एक घंटे विलंब से कार्यक्रम संपन्न हुआ.
तरारी में दूसरे स्थान पर रहे थे सुनील पांडेय:चार विधानसभा सीट के लिए बिहार में उपचुनाव होने हैं. तरारी और रामगढ़ विधानसभा सीट बीजेपी के खाते में है. 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने तरारी विधानसभा सीट पर उम्मीदवार खड़ा किया था, जबकि सुनील पांडेय ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था लेकिन उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार को तीसरे स्थान पर धकेल दिया था. हालांकि वहां से सीपीआई माले के सुदामा प्रसाद को जीत मिली थी.
सुनील पांडेय होंगे बीजेपी उम्मीदवार!:तरारी विधानसभा सीट को अपने पक्ष में करने के लिए बीजेपी ने ठोस रणनीति तैयार की है. उसी रणनीति के तहत पूर्व विधायक सुनील पांडेय को बीजेपी में शामिल कराया गया है. उनके पुत्र विशाल प्रशांत भी पार्टी में शामिल हुए हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि बीजेपी क्या बाहुबली सुनील पांडे को मैदान में उतरेगी या फिर उनके पुत्र विशाल प्रशांत को उम्मीदवारी बनाएगी? अगर बाहुबली वाली छवि के चलते सुनील पांडेय के नाम पर बीजेपी के अंदर सहमति नहीं बनती है तो वैसी स्थिति में उनके पुत्र विशाल प्रशांत को मैदान में उतरा जा सकता है.
'भाजपा परिवार में आपका स्वागत है':बीजेपी के प्रदेश कार्यालय स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में सुनील पांडेय, उनके बेटे और उनके समर्थकों को प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस मौके पर उन्होंने पूर्व विधायक का स्वागत करते हुए कहा कि उनका एनडीए से पुराना नाता रहा है, आगे मिलकर काम करेंगे.
"सुनील पांडेय सीनियर लीडर हैं और चार बार विधायक रह चुके हैं. उनका रिश्ता एनडीए से रहा है, इसी वजह से उन्हें भाजपा में शामिल किया गया है. आज उनके साथ उनके बेटे विशाल प्रशांत भी पार्टी से जुड़े हैं. हम सभी लोगों का स्वागत करते हैं."- दिलीप जायसवाल, अध्यक्ष, बिहार बीजेपी