पलामू:धीरेंद्र शास्त्री उर्फ बाबा बागेश्वर का कार्यक्रम 10 से 15 फरवरी के बीच पलामू में तय किया गया है. कार्यक्रम को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. पलामू जिला बल में फिलहाल 1200 पुलिसकर्मी हैं, जिनमें से करीब 350 जवान प्रतिदिन प्रशिक्षण ले रहे हैं. बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम में करीब तीन लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.
900 पुलिसकर्मी उपलब्ध:इस भीड़ की सुरक्षा के लिए पलामू में मात्र 900 पुलिसकर्मी उपलब्ध हैं. इन 900 जवानों में से 200 से ज्यादा जवान विभिन्न पुलिस कार्यालयों में तैनात हैं. कुछ महीने पहले तक पलामू में सीआरपीएफ की 134वीं बटालियन भी मौजूद थी. सीआरपीएफ की इस बटालियन में करीब 1100 जवान थे. सीआरपीएफ कैंप बंद होने के बाद ये जवान भी पलामू छोड़ चुके हैं. पलामू में करीब 24 प्रशासनिक थाने हैं जबकि 17 पुलिस पिकेट हैं. सभी पिकेटों से नक्सल विरोधी अभियान शुरू की जाती है.
जवानों की मांग करेगी पलामू पुलिस:बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम को लेकर पुलिस और प्रशासनिक चिंताएं बढ़ गईं हैं. जानकारी के अनुसार कार्यक्रम की पुष्टि मिलते ही पलामू पुलिस अतिरिक्त जवानों की मांग करेगी. जहां कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है वह इलाका नक्सल प्रभावित रहा है और गढ़वा और पलामू की सीमा पर मौजूद है. पलामू पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन एक चुनौती है, प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर समीक्षा की जा रही है. पुलिस मुख्यालय से जरूरी जवानों को मांगने की तैयारी की जा रही है. इस दौरान पुलिस चुनाव की भी तैयारी कर रही है और पुलिस अधिकारी बड़े पैमाने पर चुनाव संबंधी ड्यूटी कर रहे हैं.