नई दिल्लीः सदियों में कलकल करती बहती यमुना नदी के किनारे सराय काले खां में बांसेरा पार्क को एक बार फिर बसाया गया है. बांस की थीम पर बने राजधानी दिल्ली के इस बांसेरा पार्क की खूबशूरती बेमिशाल है. इस पार्क को इस तरीके से डिजाइन किया गया है कि लोगों को यहां पर प्राकृतिक खूबसूरती देखने को मिलेगी. शोरगुल व भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को यह पार्क शांत वातावरण में सुकून का भी एहसास कराएगा.
बांसेरा पार्क में यमुना नदी के किनारे करीब दो मंजिला मकान जितना ऊंचा चांद बनाया गया है. इस चांद से हुमायू मकबरा भी दिखता है. हुमायू मकबरा से यह बेहद आकर्षक चांद दिखाई देता है. इतना ही नहीं करीब 15 हेक्टेयर में फैले इस पार्क के तालाब में म्यूजिकल फाउंटेन बना है, जो नियमित शाम को चलेंगा. पार्क में हाथी, शेर आदि जानवरों की आकर्षक मूर्तियां लगाई गई हैं. हजारों किस्म के फूलों के बीच सड़कें और बैठने के लिए बेंच और एक बड़ा मैदान बनाया गया है. इस मैदान को कार्यक्रम के आयोजन, खेल, हेलीकाप्टर उतारने आदि के लिए प्रयोग किया जा सकता है. पार्क में बहुत जल्द ही फूड कोर्ट भी खुल जाएगा, जहां पर लोगों को खानपान की सुविधा मिलेगी. इतना ही नहीं यहां पर सोलर लाइटें लगाई गई हैं, जिनसे बिजली बचेगी और ऐसी तकनीक का प्रयोग किया गया है कि अंधेरा होते ही लाइटें खुद जल जाएंगी. उजाला होने पर लाइटें बंद हो जाएंगी.
देश भर के बांस की प्रजातियां इस पार्क में