नई दिल्ली: दिल्ली में फरवरी महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है. कांग्रेस ने अलका लांबा को आतिशी के खिलाफ अपना उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर अलका के नाम की घोषणा कर दी है. पार्टी ने अलका लांबा को कालकाजी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है.
कांग्रेस की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि केंद्रीय चुनाव समिति ने 51-कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र से दिल्ली विधानसभा के आगामी आम चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में अलका लांबा की उम्मीदवारी को मंजूरी दे दी है. आप को बता दें कि अलका लांबा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता हैं और वह मौजूदा समय में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष हैं. वह कांग्रेस वर्किंग कमेटी की भी सदस्य हैं. आलका लांबा आम आदमी पार्टी के टिकट पर विधायक भी रह चुकी हैं. बाद में उन्होंने कांग्रेस में वापसी की.
अलका लांबा 2015 में आप के टिकट पर चांदनी चौक से निर्वाचित हुईं थींं. उन्होंने 2015 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए भाजपा उम्मीदवार सुमन गुप्ता को 18 हजार से अधिक मतों से हराया था. आम आदमी पार्टी से नेतृत्व मतभेद के बाद उन्होंने 2019 में केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी छोड़ दी थी और कांग्रेस का दामन थाम लिया था. 2020 के विधानसभा चुनाव में अलका लांबा ने कांग्रेस के टिकट पर चांदनी चौक सीट से चुनाव लड़ा था. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार प्रहलाद सिंह साहनी ने यह सीट जीती थी. इस चुनाव में अलका लांबा तीसरे स्थान पर रहीं.
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