मंडी:हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस या कहें कि सुक्खू सरकार को गिराने में कांग्रेस के अपने ही नेताओं का हाथ रहा है और इस षड्यंत्र को प्रदेश के एक राजघराने ने अंजाम दिया. कांग्रेस पर ये जुबानी हमला मंडी लोकसभा क्षेत्र के पूर्व में रहे प्रत्याशी और भाजपा विधायक अनिल शर्मा के बेटे आश्रय शर्मा ने मंडी में बोला. उन्होंने कहा कि जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तभी से कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष व मंडी की सांसद प्रतिभा सिंह और उनके बेटे एवं प्रदेश सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सुक्खू सरकार को कमजोर करने का प्रयास किया. ये सब अब प्रदेश की जनता जान चुकी है.
राजघराने पर लगाया गंभीर आरोप
आश्रय शर्मा ने कहा कि यह परिवार अपने से ऊपर किसी को नहीं देखना चाहता है. जिसका उदाहरण है कि इन्होंने पूर्व से ही बड़े नेताओं की लीडरशिप को समाप्त कर अपना ही वर्चस्व कायम करने का कार्य किया है. आश्रय ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह वही लोग हैं, जो आपदा के समय में भी अपनी ही सरकार को कैसे घेरा जाए इसी बात में लगे हुए थे. आश्रय ने कहा कि ऐसी क्या मजबूरी हो गई है कि पहले इस्तीफा दिया और बाद में वहीं से राम नाम का पटका पहन कर चुनाव लड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस परिवार की स्वार्थ की राजनीति आज जगजाहिर हो चुकी है.
'आज तक क्यों नहीं बना पाए मंडी को सर्वश्रेष्ठ क्षेत्र?'
वहींं, आश्रय शर्मा ने कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह के उस बयान पर भी पलटवार किया, जिसमें वह मंडी लोकसभा क्षेत्र को आदर्श क्षेत्र बनाने का दावा कर रहे हैं. आश्रय ने कहा कि वीरभद्र सिंह सीएम रहे, सांसद रहे उसके बाद उनकी धर्मपत्नि सांसद रही, लेकिन आज तक तो वह मंडी को सर्वश्रेष्ठ लोकसभा क्षेत्र तो बना नहीं पाए, लेकिन मात्र चुनावों के समय में जनता को सपने दिखाते हैं. उन्होंने कहा कि यह परिवार जनता हितैषी नहीं है और मंडी जीतने के बाद यहां के लोगों की यह सुध लेना भूल जाते हैं. इनकी राजनीति यही रही है कि अपने से ऊपर यह किसी नेता को यह देखना नहीं चाहते हैं. आश्रय ने कहा कि कांग्रेस के इन नेताओं ने मंडी को राजनीतिक पर्यटन का मात्र अड्डा बना कर रखा है और विकास में इनकी कोई रूची नहीं है.
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