अशोकनगर।चंदेर तहसील के बाकलपुर गांव में उल्टी-दस्त का कहर फैलते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा गया. गांव में एसडीएम के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पहुंचे हैं. उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ने पर स्वास्थ विभाग सहित प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है.उल्टी-दस्त से पीड़ित ग्रामीण चंदेरी सिविल अस्पताल पहुंचे हैं. प्रशासन ने ग्रामीणों को उस ट्यूबवेल से पानी न पीने की हिदायत दी है, जिससे ये बीमारी फैली है.
ट्यूबवेल का दूषित पानी पीने से हुए बीमार
मामला गंभीर होते ही स्वास्थ्य विभाग का अमला गांव में पहुंचा और उप स्वास्थ्य केंद्र में इलाज किया जा रहा है. गंभीर रूप से बीमार लोगों को सिविल हॉस्पिटल में उपचार के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बस्ती में लगे ट्यूबवेल के पानी के सैंपल लिए गए हैं. क्योंकि ग्रामीणों का कहना है कि इसी ट्यूबवेल का पानी पीने से आदिवासी बस्ती में उल्टी-दस्त की बीमारी फैली है. मौके पर पहुंचे पीएचई विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने ट्यूबवेल के पानी का सैंपल लिया और जांच के लिए भेज दिया है.
20 से ज्यादा मरीज उल्टी-दस्त के शिकार
चंदेरी सिविल अस्पताल के बीएमओ प्रशांत दुबे ने बताया कि जब उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या सिविल अस्पताल में बढ़ने लगी तो उनसे इसका कारण मरीजों से पूछा गया. मरीजों द्वारा बताया गया कि बाकलपुर गांव में ऐसे और भी कई लोग बीमार हो रहे हैं. जिसके बाद बीएमओ ने जानकारी एसडीएम रचना शर्मा को दी. इसके बाद गांव पहुंचकर मामले की पड़ताल की गई तो कई लोग बीमार पाए गए. लगभग 20 से अधिक मरीज उल्टी दस्त से पीड़ित हैं. जिनका उपचार जारी है.