पटना: राजधानी पटना के दानापुर के शाहपुर थाना क्षेत्र में एक बीबीए का छात्र ने आत्महत्या कर ली है. बताया जा रहा है कि छात्र का शव उसके कमरे से बरामद किया गया है. मृतक छात्र की पहचान दानापुर बीआरसी में परीक्षक सूबेदार शंभूनाथ के 23 वर्षीय पुत्र अमन कुमार उर्फ छोटू के रूप में हुई है.
कमरे में की युवक ने आत्महत्या: अमन कुमार एक प्राइवेट इंस्टीट्यूट में बीबीए के तृतीय वर्ष का छात्र था. वहीं सूचना पाकर शाहपुर पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन में जुट गई. इसके साथ ही पुलिस ने एफएसएल की टीम को मौके पर जांच के लिए बुलाया है. शाहपुर थाना अध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि सुबह जब 7 बजे के करीब घर वाले अमन को उठाने गए तो उसने दरवाजा नहीं खोला, जिसके बाद दरवाजा तोड़कर देखा तो अमन जमीन पर गिरा हुआ था और उसकी मौत हो गई थी.
"सुबह 9 बजे के करीब सूचना मिली की लोदीपुर चांदमारी रोड में एक छात्र ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है. परिजनों का कहना है कि युवक पढ़ाई को लेकर डिप्रेशन में था. आवेदन प्राप्त होने पर आगे की कारवाई की जाएगी."-मनीष कुमार, थानाध्यक्ष, आनंद शाहपुर
डिप्रेशन में था छात्र:मृतक के पिता ने बताया कि कुछ दिनों से अमन मानसिक रूप से डिप्रेशन में था. वो एक प्राइवेट इंस्टीट्यूट में बीबीए के तृतीय वर्ष में था. अमन ने घर पर ही अपने कमरे में आत्महत्या कर ली है. सुबह जब उसे घरवाले उठाने तब उसने दरवाजा नहीं खोला, इस पर परिजनों को आशंका हुई. जिसके बाद सभी ने दरवाजा तोड़ दिया. अंदर अमन मृत अवस्था में पड़ा हुआ था.
"कुछ दिनों से अमन मानसिक रूप से डिप्रेशन में था. वो बीबीए के तृतीय वर्ष का छात्र था. वो पढ़ाई को लेकर थोड़ा परेशान चल रहा था. सुबह उसके कमरे में उसकी लाश मिली है."- मृतक के पिता
युवाओं में बढ़े आत्महत्या के मामले: राजधानी पटना में छात्रों में आत्महत्या जैसी घटनाओं में इन दिनों काफी इजाफा हुआ है. युवाओं के बीच डिप्रेशन की समस्या बढ़ती जा रही है. ऐसा बताया जाता है कि भारत में किशोरावस्था के (15-19 वर्ष) के बीच आत्महत्या मृत्यु का चौथा प्रमुख कारण है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार, आत्महत्या के सभी मामलों में से 40 प्रतिशत से अधिक मामले 30 वर्ष से कम आयु के युवाओं में होते हैं.
नोट:अगर आप किसी तरह की मानसिक परेशानी से जूझ रहे हैं तो अपने परिजन, दोस्त या रिश्तेदारों से बात जरूर करें. सही समय पर सही कदम उठाने से आत्महत्या से बचा जा सकता है. सही परामर्श से इसे रोका जा सकता है. मानसिक तनाव का इलाज संभव है. ऐसी किसी परिस्थिति में इन हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं, जोकि नि:शुल्क और गोपनीय है.
आसरा हेल्पलाइन- 080-25497777