पलामूःपलामू टाइगर रिजर्व से गुजरने वाली वाली रेल लाइन को डायवर्ट करने की मंजूरी मिल गई है. इसे लेकर अंतिम सर्वे भी पूरा कर लिया गया है. जल्द ही रेल लाइन डायवर्ट करने का काम शुरू होगा. पिछले कुछ महीनों ने पलामू टाइगर रिजर्व से रेल लाइन डायवर्जन को लेकर सर्वे किया जा रहा था. कई इलाकों में ग्रामीणों ने आपत्ति भी दर्ज करायी थी, लेकिन एक गांव को छोड़कर सभी जगह से आपति खत्म हो गई है.
रेल लाइन डाइवर्जन से वन्य जीवों पर नहीं पड़ेगा असर
दरअसल रेलवे का थर्ड लाइन का निर्माण दीनदयाल उपाध्याय रेल डिवीजन के सोननगर से धनबाद रेल डिवीजन के पतरातू तक किया जा रहा है. इसी कड़ी में पलामू टाइगर रिजर्व के कोर एरिया से करीब 11 किलोमीटर का लंबा रेल लाइन गुजरा था. रेलवे विकास निगम ने पूरे मामले में पलामू टाइगर रिजर्व से एनओसी मांगी थी. पलामू टाइगर रिजर्व ने थर्ड लाइन के साथ-साथ पहले से मौजूद दोनों रेल लाइन को लेकर आपत्ति दर करायी थी. बाद में केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय और रेल मंत्रालय के बीच हुई बैठक के बाद पहले से मौजूद दोनों रेल लाइन के साथ-साथ थर्ड लाइन को भी डायवर्ट करने पर सहमति बन गई थी. पलामू टाइगर रिजर्व प्रबंधन का कहना था की थर्ड लाइन बन जाने से पीटीआर दो हिस्सों में बंट जाएगा और वन्य जीवों पर इसका असर पड़ेगा.
चिकननेक में बनाया जाएगा टनल, पीटीआर से बफर एरिया से गुजरेगी रेल लाइन
डाइवर्जन के बाद रेल लाइन पीटीआर के कोर एरिया के चिकननेक से गुजरेगी. इस चिकननेक एरिया में रेलवे टनल का निर्माण करेगा. लातेहार के छिपादोहर से रेल लाइन डायवर्ट होगी और हेहेगड़ा रेलवे स्टेशन तक जाएगी. वर्तमान में यह रेल लाइन छिपादोहर से होते सीधे हेहेगड़ा तक जाती है. फिलहाल 11 किलोमीटर लंबी रेल लाइन पर ट्रेनों की गति सीमा 25 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई है. डायवर्ट होने के बाद 14 किलोमीटर तक यह रेल लाइन लंबी हो जाएगी.