कांग्रस पर हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हमीरपुर:केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि"नेशनल क्रश तो बहुत होंगे लेकिन नेशनल ट्रस्ट सिर्फ नरेंद्र मोदी हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जो काम 60 साल में नहीं किया उसे मोदी सरकार ने दस साल में करके दिखा दिया. वह भी तब जब लड़खड़ाती अर्थ व्यवस्था सरकार को मिली थी. आज भारत दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश में शामिल हैं". अनुराग ठाकुर ने हमीरपुर के गांधी चौक पर भाजपा द्वारा आयोजित रैली में ये बाते कहीं.
रैली में उनके साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा, बड़सर पूर्व विधायक इंद्रदत्त लखनपाल, हमीरपुर के पूर्व विधायक आशीष शर्मा सहित बीजेपी के कार्यकर्ता उपस्थित थे. इस दौरान अनुराग ठाकुर सहित भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. अनुराग ठाकुर ने कहा कि "पिछले 15 महीनों में सुक्खू सरकार ने युवाओं के लिए किया क्या है, सरकार ने युवओं को नौकरी तक नहीं दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने दिया क्या है, जिसके एवज में वे जनता से वोट मांगेंगे".
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू आजकल बहुत ज्यादा बोल रहे हैं. कहने को तो सुख की सरकार है लेकिन सुख की अनुभूति सुक्खू जी को भी नहीं हो पा रही है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 तथा 2019 में लोकसभा की चोरों सीटें जीते थे. वर्ष 2024 में भी चारों सीटों पर भाजपा ही जीतेगी.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कहा कि भाजपा की सरकार में कई संस्थान लोगों के हित के लिए खोल गए लेकिन वर्तमान सरकार उन संस्थानों को बंद कर रही है. उन्होंने जनता से भाजपा को लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव में जीत दिलाने की अपील की.
सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि निर्दलीय विधायक "अपना इस्तीफा दे चुके हैं, फिर क्या कारण है कि इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं तो इस पर मुख्यमंत्री को विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा किसीएम सही ढंग से सरकार को संचालित नहीं कर पा रहे हैं. इसी वजह से विधायकों ने इस्तीफे दिए हैं".
बड़सर से भाजपा के प्रत्याशी इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा कि "राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के निमंत्रण को प्रदेश सरकार ने ठुकरा दिया था. उसी दौरान ठान लिया था कि अब कांग्रेस में नहीं रहना है".लखनपाल ने कहा कि उन्होंने कर्मचारियों की समस्याओं के मुद्दों को सरकार के समक्ष रखा था लेकिन उनका हल करने की बजाए पाइपलाइन में डाल लिया गया. सरकार ने हमारी सुझावों तथा मांगों को दरकिनार किया. इस कारण अंत में पार्टी छोड़ने का फैसला लेना पड़ा.
हमीरपुर के पूर्व विधायक आशीष शर्मा ने कहा कि "मुख्यमंत्री की सारी शिक्षा शिमला में हुई है. उन्होंने राजनीति के गुर भी शिमला में ही सीखे हैं, वह सिर्फ मात्र चुनाव लड़ने के लिए नादौन आते थे. उन्होंने कहा कि उन्हें मजबूरी में इस्तीफा देना पड़ा है. मुख्यमंत्री द्वारा उनके कार्य नहीं किए जा रहे थे".
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