शिमला: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हमीरपुर से लोकसभा सांसद अनुराग सिंह ठाकुर संसद की कोयला, खान और इस्पात मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष बनाये गये हैं. अनुराग ठाकुर 31 सांसदों की इस संसदीय समिति की अध्यक्षता करेंगे. संसद की कोयला, खान और इस्पात मामलों की संसदीय समिति संबंधित मंत्रालयों की नीति बनाने में अपने सुझाव देने, बजटीय प्रावधानों में देश व मंत्रालय हित में अपने मत रखने, मंत्रालयों की नीतियों और कामकाज पर संसद सदस्यों एवं केंद्रीय मंत्री के बीच अनौपचारिक चर्चा एवं संबंधित विषयों पर परामर्श देने का महत्वपूर्ण कार्य करती है.
इससे पहले अनुराग ठाकुर हाल ही में लोक लेखा समिति (Public Accounts Committee) के सदस्य के रूप में चुने गये. यह समिति सरकार के वार्षिक वित्त लेखों और व्यय को पूरा करने के लिए सदन द्वारा दी गई राशि के विनियोग को दर्शाने वाले लेखों की जांच करने का काम करती है. लोक लेखा समिति भारतीय संसद के कुछ चुने हुए सदस्यों वाली समिति है, जो भारत सरकार के खर्चों की लेखा परीक्षा (ऑडिट) करती है.
इस समिति को यह सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तैयार किया गया था कि संसद द्वारा सरकार को दिया गया धन विशिष्ट और निश्चित मद पर ही खर्च किया जाए. क्योंकि संसद जटिल मामलों पर विचार करती है, इसलिए ऐसे मामलों को बेहतर ढंग से समझने के लिये तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है.
ऐसे में यह समिति एक ऐसा मंच प्रदान करने में मदद करती हैं, जहां सदस्य मामलों के अध्ययन के दौरान विविध क्षेत्र/विषय विशेषज्ञों और सरकारी अधिकारियों के साथ जुड़ सकते हैं. लोक लेखा समिति का गठन प्रतिवर्ष ‘लोकसभा की प्रक्रिया और कार्य-संचालन नियम’ के नियम 308 के तहत किया जाता है.