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अपने काम के बूते ANM गायत्री कुमारी ने बनाई राष्ट्रीय पहचान, राष्ट्रपति से मिल चुका है नेशनल फ्लोरेंस नाइटेंगल पुरस्कार - ANM Gayatri Kumari

International Women Day 2024: शेखपुरा की गायत्री कुमारी ने अपने काम की बदौलत राष्ट्रीय पहचान बनाई है. वर्ष 2022-23 में बिहार, झारखंड, यूपी से नेशनल फ्लोरेंस नाइटेंगल पुरस्कार पाने वाली वो इकलौती स्वास्थ्यकर्मी हैं. 14 वर्ष से लगातार वो ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के बीच जाकर अपनी सेवा दे रही हैं. पढ़ें पूरी खबर..

ANM गायत्री कुमारी
ANM गायत्री कुमारी

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 8, 2024, 11:55 AM IST

शेखपुराःबिहार के शेखपुरा सदर प्रखंड के सिरारी गांव की एएनएम गायत्री कुमारी नर्सिंग के अपने करियर से सम्मान पाकर देश स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी हैं. शेखपुरा पीएचसी के अंतर्गत उपस्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत गायत्री को बर्ष 2022-23 के लिए नेशनल फ्लोरेंस नाइटेंगल पुरस्कार मिल चूका है. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने 22 जून 2023 को नर्सिंग के सर्वोच्च पुरस्कार फ्लोरेंस नाइटेंगल से उन्हें सम्मानित किया है.

राष्ट्रपति से मिला नेशनल फ्लोरेंस नाइटेंगल पुरस्कार

14 वर्षों से ग्रामीणों के बीच दे रहीं सेवाः एएनएम गायत्री कुमारी बिहार, झारखंड और युपी से यह पुरस्कार पाने वाली एकलौती स्वास्थ्य कर्मी हैं. उन्होंने इसका श्रेय अपने माता-पिता और सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार सिंह को दिया है. गायत्री कुमारी ने बताया कि उनके पिता चाहते थे कि उनकी पुत्री शिक्षिका बने परंतु उन्होंने स्वास्थ्य विभाग अपनाया करियर बनाया, उन्होंने बताया कि वह पिछले 14 वर्ष से लगातार वो ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के बीच जाकर अपनी सेवा दे रही हैं. जबकि आमतौर पर नौकरी पाने के बाद लोग जीवकोपार्जन करने और बच्चों के भरण-पोषण तक ही सिमट कर रह जाते हैं.

गायत्री को पिता बनाना चाहते थे टीचरः वैसे में ग्रामीण इलाकों में काम करने वाली एएनएम का देश के सर्वोच्च नर्सिंग पुरस्कार तक पहुंचना बेहद आसान नहीं रहा. परिवार वालों का जोर टीचर बनाने पर था लेकिन, वह बताती हैं कि उन्हें स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने की रूचि थी. बाद में परिवार वालों का भी इसमें सहयोग मिला और वह वर्ष 2008 में संविदा पर एक नर्स के रूप में जुड़ीं. परिवार नियोजन के मामले में सिविल सर्जन डॉक्टर अशोक कुमार सिंह ने काफी हौसला अफजाई की, जिसकी बदौलत उन्होंने यह सफलता हासिल की है.

पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के हाथों मिला पुरस्कार

"उस समय ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता की भारी कमी थी. ग्रामीण महिलाएं और लोग उनसे जुड़ना नहीं चाहते थे. खासकर महादलित परिवार में ज्यादा कठिनाई होती थी, लेकिन अपने कार्य और व्यवहार से लोगों का विश्वास जीतने में मैं कामयाब रहीं. इसका साकारात्मक परिणाम मिला और मैं बच्चों, गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण, परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के इस्तेमाल, पुरुष नसबंदी, महिला बंध्याकरण,सहित स्वास्थ्य विभाग के सभी मापदंडों को पूरा करने में कामयाब रही"-गायत्री कुमारी, एएनएम

उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय ने किया सम्मानितःगायत्री कुमारी को नर्सिंग के लिए जिला स्तर पर विभिन्न पुरस्कार मिलने के साथ ही बिहार सरकार के द्वारा नर्सिंग क्षेत्र में मिलने वाले फ्लोरेंस नाइटेंगल पुरस्कार राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के हाथों 13 मई 2023 को प्राप्त हुआ. इसके बाद राष्ट्रपति के हाथों भी सम्मानित होकर जिले से लेकर राज्य को अपने काम के बूते गौरवांवित करने में सफल रहीं. गायत्री कुमारी को पीएससी शेखपुरा से लेकर जिला पदाधिकारी तक कई बार सम्मानित कर चुकी हैं.

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