दुमका: झारखंड विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए गृहमंत्री अमित शाह ने आज दुमका के गांधी मैदान में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा. वहीं कांग्रेस और राहुल गांधी को लेकर भी कटाक्ष किया. अमित शाह ने कार्यक्रम में आए लोगों से यह आह्वान किया कि आप भाजपा की सरकार बनाइए, झारखंड का तेजी से विकास किया जाएगा और आपके हित में काफी कार्य किए जाएंगे. उन्होंने दुमका से भाजपा प्रत्याशी सुनील सोरेन, जामा से सुरेश मुर्मू, शिकारीपाड़ा से परितोष सोरेन और जरमुंडी से देवेंद्र कुंवर के पक्ष में मतदान की अपील की है.
हेमंत सरकार की उल्टी गिनती शुरू, वे जा रहे हैं
गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में यह दावा किया कि हेमंत सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. वे जाने वाले हैं. बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इन घुसपैठियों की वजह से आदिवासियों की जनसंख्या कम हुई है. वे यहां आकर आदिवासी महिलाओं को अपनी दूसरी, तीसरी पत्नी बनाते हैं. उनके साथ अन्याय होता है. अमित शाह ने कहा कि हेमंत सोरेन को घुसपैठियों में वोट बैंक दिखाई देता है. आगामी 23 नवंबर के बाद जब भाजपा की सरकार झारखंड में बनेगी तो घुसपैठियों को चुन-चुन कर बाहर निकाला जाएगा.
अमित शाह ने कहा कि हाईकोर्ट ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के बारे में राज्य सरकार से दिशा निर्देश मांगा था पर हेमंत सरकार हाईकोर्ट के फैसले के विरुद्ध खड़ी नजर आई. रोटी, माटी व बेटी की रक्षा हेमंत सोरेन नहीं कर सकते हैं. झारखंड की सरकार सुनियोजित तरीके से घुसपैठियों को बसाने का काम कर रही है. भाजपा की सरकार बनी तो आदिवासियों से कब्जा की गई जमीन कानून बनाकर वापस दिलाएंगे. बांग्लादेशियों को उल्टा लटकाकर सीधा करने का काम करेंगे.
जिन्होंने झारखंड राज्य के निर्माण का किया था विरोध, उसी के साथ हेमंत सोरेन
अमित शाह ने कहा कि संथाल परगना की पवित्र भूमि के संघर्ष की वजह से ही झारखंड अस्तित्व में आया है. कांग्रेस की सरकार ने झारखंड बनने से रोकने का काम किया था, पर आज मुख्यमंत्री बनने के लिए हेमंत सोरेन कांग्रेस की गोद में बैठ गए हैं. मोदी जी ने कश्मीर में धारा 370 हटाया पर कांग्रेस फिर से उसे वापस लाना चाहती है पर राहुल गांधी के चार पुश्त भी इसे फिर से नहीं ला सकेंगे.
आदिवासियों के लिए केन्द्र सरकार ने किए अनेकों काम
गृह मंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज के प्रति हेमंत सरकार का रवैया प्रतिकूल है. वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार की ओर से उनके उत्थान और विकास के लिए काफी कार्य किया जा रहा है. 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का काम किया है. नरेंद्र मोदी देश के एक मात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने धरती आबा के घर तक पहुंचने का काम किया है. प्रधानमंत्री ने देश भर में आदिवासियों का मान बढ़ाने का काम किया है. प्रधानमंत्री ने आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाया है.