रायबरेली :अमेठी के शिवरतन गंज में रायबरेली के शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम और 2 बेटियों दृष्टि (5) और लाडो (1.5) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वारदात गुरुवार की शाम को हुई थी. शनिवार को सभी के शवों का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान परिवार के तमाम लोग पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट दिखे. वहीं पूनम के भाई भानू ने पुलिस को थ्यौरी को ही गलत बता दिया. उसने पुलिस पर मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया.
टीचर के साले किया बड़ा खुलासा. (Video Credit; ETV Bharat) यह भी पढ़ें :अमेठी टीचर परिवार हत्याकांड, आरोपी को पुलिस ने मारी गोली, रायबरेली में एक साथ जलीं 4 चिताएं
मीडिया से बातचीत में भानू ने कहा कि पूनम का चंदन वर्मा से कोई अफेयर नहीं था. मैं खुद चंदन का पांचवां टारगेट हूं. केवल मैं ही चंदन की पूरी हकीकत जानता हूं. इसलिए वह मुझसे डरता था. चंदन ने स्टेटस में लिखा था कि आज पांच लोग मरेंगे. 4 को उसने मार दिया. पांचवां शख्स मैं खुद हूं. डलमऊ घाट पर अंतिम संस्कार में पहुंचे पूनम के भाई भानू ने कहा कि आरोपी चंदन ने राह चलते बहन के साथ फोटो खींची थी. पड़ोसी होने के नाते जान-पहचान होने के बाद वह बहन को परेशान कर रहा था.
यह भी पढ़ें :अमेठी टीचर परिवार हत्याकांड, प्रेमी ही निकला कातिल
भानू ने बताया कि चंदन ने बहन का मोबाइल छीनकर उसका नंबर ले लिया था. इसके बाद वह धमकी देकर बहन से बात करने लगा. वह पूरे परिवार को परेशान करने लगा था. रायबरेली में दीदी और जीजा रूम लेकर रहते थे. पास में चंदन भी रूम लेकर रह रहा था. जीजा चंदन ने प्लॉट लिखवाया था. चंदन बहन को पिस्टल दिखाकर फुसला लेता था. वह पिस्टल दिखाकर जबरदस्ती बात करता था. वह बहन पर उससे बात करने का दबाव बनाता था. 19 मई को उसने बहन के साथ तस्वीर खींची थी. इसके बाद वहीं फोटो वायरल कर दिया. वहीं तस्वीरें वह सबको दिखाता था. बहन से गलत संबंध जैसी कोई बात नहीं है.
यह भी पढ़ें :अमेठी सामूहिक हत्याकांड, 7 राउंड चली गोली, गांव पहुंचे शव
भानू ने आगे बताया कि मार्च से लेकर मई तक वह जबरदस्ती बहन से बात करता था. पूरी डिटेल हमारे पास है. शिकायत करने के बावजूद चंदन नहीं माना. मैंने उसके पैर छूकर बहन से दूर रहने की सिफारिश की थी. इसके बाद वह मान गया. इसके बाद वह फिर से परेशान करने लगा. जीजा जी नौकरी करने जाते थे तो चंदन रास्ते में दोस्तों को भेजकर उन्हें परेशान करता था. इसके बाद मैंने बहन का रूम खाली करा दिया. गदागंज चौकी में शिकायत की थी. शिवरतन गंज में भी शिकायत की थी. 18 अगस्त को बहन-जीजा बच्चों को दवा कराने गए थे.
चंदन और उसकी मां बहन को मारने पहुंचे थे. मैं पहुंचा तो बहन और बच्चे रो रहे थे. बहन ने कहा कि चंदन को जेल भिजवाना है. इसके बाद शिकायत की गई, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. इंदिरा नगर चौकी में मैंने बोला कि चंदन के पास पिस्टल है. कुछ देर बहन को बैठाया. इसके बाद कोतवाली भेज दिया. पुलिस ने मुकदमा नहीं लिखा. जब बताया कि मेरे जीजा जी भी पुलिस में रहे हैं. तब मुकदमा लिखा गया. भानू का दावा है कि रायबरेली पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो उसके जीजा, बहन व बच्चों की जान बच जाती. भानू ने बताया कि पुलिस ने 151 की कार्रवाई करके चंदन को छोड़ दिया था.
यह भी पढ़ें :गोली मारकर शिक्षक दंपति और दो बच्चों की हत्या