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डेमोग्राफी चेंज पर सीएम हेमंत के बयान को अमर बाउरी ने बताया पॉलिटिकल नौटंकी, सरयू राय ने मुख्यमंत्री की मंशा पर उठाए सवाल - CM Hemant on demographic change

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 3, 2024, 7:22 AM IST

Updated : Aug 3, 2024, 9:12 AM IST

Demographic change in Jharkhand. विधानसभा सत्र के दौरान डेमोग्राफी चेंज पर सीएम हेमंत सोरेन के बयान पर विपक्ष ने आपत्ति जताई है. विपक्षी नेताओं ने सीएम की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनका बयान संविधान के अनुरूप नहीं है.

Demographic change in Jharkhand
ईटीवी भारत ग्राफिक्स इमेज (ईटीवी भारत)

रांची: विधानसभा में सीएम हेमंत सोरेन द्वारा डेमोग्राफी चेंज पर दिए गए बयान पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. विपक्ष ने सीएम के बयान को पॉलिटिकल नौटंकी करार देते हुए उनके बयान को असंवैधानिक बताया. नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी और विधायक सरयू राय ने इसे लेकर सीएम की मंशा पर सवाल उठाया है.

नेताओं के बयान (ईटीवी भारत)

दरअसल, झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान बांग्लादेशी घुसपैठ और संथाल में डेमोग्राफी चेंज का मुद्दा गरमाया रहा. सत्र के समापन पर विधानसभा में अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के चार शहरों बोकारो, धनबाद, जमशेदपुर और रांची में बाहरी लोगों की संख्या में तेजी से हो रही बढ़ोतरी और डेमोग्राफी चेंज की बात कही. इस पर नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने पलटवार किया. उन्होंने सीएम के बयान को पॉलिटिकल नौटंकी बताया है.

अमर बाउरी ने कहा कि तुष्टिकरण की पराकाष्ठा पार कर चुकी इस सरकार के मुखिया बांग्लादेशी घुसपैठियों और अपने ही देश के दूसरे राज्यों में रह रहे लोगों में कोई अंतर नहीं समझ पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि रांची की जनता को महुआ माजी, विनोद पांडेय, राजेश ठाकुर और अन्य झामुमो-कांग्रेस नेताओं से पूछना चाहिए कि मुख्यमंत्री के बयान से उनका कितना लेना-देना है?

सीएम का बयान संविधान के अनुरूप नहीं - सरयू राय

जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने भी सीएम की मंशा पर सवाल उठाए, उन्होंने कहा कि सीएम की मंशा ठीक नहीं है. संविधान कहता है कि हर भारतीय को कहीं भी जाकर रहने और आजीविका के लिए व्यवसाय करने की आजादी है. लोग पूर्वोत्तर में जाकर अपनी आजीविका कमा रहे हैं. ऐसे में सदन में मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया बयान न तो संविधान के अनुरूप है और न ही उनके पद के अनुरूप. उन्होंने कहा कि यह समावेशी स्थानीय नीति की विचारधारा के भी विपरीत है.

सरयू राय ने कहा कि मुख्यमंत्री का बयान उनका अपना है और चुनाव को ध्यान में रखकर दिया गया है. उन्होंने कहा कि धनबाद, बोकारो, रांची या जमशेदपुर का डेमोग्राफी चेंज पिछले 100 वर्षों में हुआ है. वर्ष 2000 में राज्य गठन के बाद यह बदलाव नहीं हुआ है. उस समय यह हिस्सा बिहार था, यहां कोई घुसपैठ कर नहीं बसा. सरयू राय ने कहा कि किसी भी मामले में दूसरे देश से आने वाले लोगों की तुलना देश के किसी अन्य राज्य से आने वाले लोगों से नहीं की जा सकती.

कांग्रेस विधायक ने सीएम के बयान का किया समर्थन

उधर, कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने सीएम के बयान का समर्थन किया है. उन्होंने चार शहरों में बाहरी लोगों के कारण डेमोग्राफी चेंज का मुद्दा उठाने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया और कहा कि भाजपा ने बाहरी लोगों को डोमिसाइल दिया है. उन्होंने कहा कि हम लगातार इस मुद्दे को उठाते रहे हैं और मुख्यमंत्री ने भी इसे आवाज दी. कांग्रेस विधायक ने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ का मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा है और अगर राज्य में ऐसा हुआ है तो गृह मंत्रालय को सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है. यह भाजपा नेताओं के ट्वीट करने का मुद्दा नहीं है.

'पॉलिटिकल नौटंकी कर चले गए सीएम'

आपको बता दें कि विधानसभा के मानसून सत्र के समापन पर सदन में सीएम द्वारा दिए गए जवाब से भाजपा असंतुष्ट नजर आई, मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि झारखंड का जवाब अनुत्तरित रह गया और मुख्यमंत्री पॉलिटिकल नौटंकी करके चले गए. अमर बाउरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि 2019 में जिन वादों के साथ वे सत्ता में आए थे, उनका क्या हुआ?

नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या करने वाली सरकार से जनता जानना चाहती है कि हर साल पांच लाख लोगों को रोजगार देने, बेरोजगार स्नातकों को ₹5000 और बेरोजगार स्नातकोत्तरों को ₹7000 बेरोजगारी भत्ता देने, अनुबंध कर्मियों को नियमित करने, रोजगार नीति, स्थानीय नीति का क्या हुआ? इनका सरकार के पास कोई जवाब नहीं है.

मंत्री ने किया पलटवार

नेता प्रतिपक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दे पर जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि उनका सवाल भी यही है कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा हर साल 02 करोड़ रोजगार देने के वादे का क्या हुआ? नोटबंदी का क्या हुआ, स्विस बैंकों से काला धन वापस लाने और हर भारतीय के बैंक खाते में 15 लाख जमा करने के वादे का क्या हुआ? स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह कैसा नाटक है, देश के बड़े-बड़े संस्थानों को बेचने वाली पार्टी के नेता और विधायक विधानसभा में बालू बेचते नजर आए. पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि भाजपा हमारे बेरोजगारों को रोजगार से वंचित करने की साजिश रच रही है. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता भाजपा के सारे नाटक जान चुकी है और अब इसका कोई असर नहीं होगा.

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Last Updated : Aug 3, 2024, 9:12 AM IST

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