लखनऊःसमाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हिंदी दिवस पर लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी के मुख्यालय में हिंदी भाषा के साहित्यकारों और लेखकों को सम्मानित किया. जिसमें मुख्य तौर पर प्रोफेसर कौशल बिस्मिल्लाह, प्रोफेसर उदय प्रताप, प्रो. रमेश दीक्षित, डॉ वंदना मिश्रा, दीपक कबीर शामिल रहे. इस मौके पर अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि आज हिंदी दिवस के मौके पर हिंदी के साथ साथ दूसरे भाषा को भी बढ़ावा देना चाहिए. आज हम हिंदी भाषा को राष्ट्रीय भाषा के तौर पर जानते हैं. लेकिन उसके साथ-साथ भारत के दूसरे भाषाओं को भी बढ़ावा देना चाहिए. डॉक्टर राम मनोहर लोहिया, नेताजी मुलायम सिंह यादव के साथ कई अन्य समाजवादी विचारधारा के लोग लोगों ने हिंदी भाषा के लिए काम किया है.
अब अखिलेश यादव ने बताया, क्यों टूटा था सपा और बसपा का गठबंधन - Akhilesh Yadav - AKHILESH YADAV
समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी गठबंधन टूटने को लेकर मायावती की ओर से दिए गए बयान पर अब अखिलेश यादव ने सफाई दी है. अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि आखिर क्यों गठबंधन टूटा था.
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अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती. (Etv Bharat)
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Sep 14, 2024, 3:25 PM IST
मीडिया से बातचीत करते अखिलेश यादव. (Photo Credit; ETV Bharat)
मठाधीश्वर माफिया वाले बयान पर अखिलेश यादव कहा कि जिन संतों को बुरा लग रहा है, उनको उस वक्त यह भी बुरा लगना चाहिए था कि जब नारा चला था इनको मारो जूते चार. उन्होंने कहा कि डिक्शनरी में भी माफिया और मठाधीश में ज्यादा फर्क नहीं है और गूगल पर भी अगर आप सर्च करेंगे तो वह भी यही बताएगा कि माफिया और मठाधीश में कोई बड़ा अंतर नहीं है. तो क्या गूगल का भी पुतला जलाएंगे और प्रदर्शन करेंगे.