जींद: दिवाली के बाद से हरियाणा में वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार बनी हुई है. हरियाणा के ज्यादातर जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 250 से ऊपर या फिर इसके आसपास है. जिसकी वजह से लोगों को परेशानी हो रही है. पटाखों की वजह से वायु प्रदूषण में और बढ़ोतरी हुई है. वायु प्रदूषण की वजह से जींद जिले में शनिवार की सुबह आसमान में स्मॉग देखने को मिला.
हरियाणा में वायु प्रदूषण: जींद में पराली जलाने के मामले भी सामने आए हैं. जिसकी वजह से प्रदूषण में बढ़ोतरी हुई है. शनिवार को जींद का एक्यूआई 400 के करीब पहुंच गया. जो बेहद खराब श्रेणी में आता है. प्रदूषण का ये स्तर सांस के रोगियों और बच्चों व बुजुर्गों के लिए बेहद खतरनाक है. आंखों में लगातार प्रदूषण के कण जाने से जलन बढ़ रही है. विशेष दमा के मरीजों को इस मौसम से काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.
सांस के रोगियों के लिए खतरनाक है प्रदूषण: नागरिक अस्पताल के डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर राजेश भोला ने बताया कि पर्यावरण प्रदूषण से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है. ऐसे में प्रदूषण के दौरान सीधे हवा के संपर्क में आने से बचें. आंखों को बार-बार सामान्य पानी से साफ करते रहें. अधिक खुजली या जलन होने पर नेत्र रोग विशेषज्ञ को ही दिखाएं. आतिशबाजी से हवा की गुणवत्ता पर बुरा प्रभाव पड़ा है. इससे सांस के रोगियों को परेशानी होनी स्वाभाविक है.