आगरा :ताजनगरी के इंटरनेशनल क्रिकेटर राहुल चाहर के पिता देशराज चाहर से लाखों रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. उन्होंने जगदीशपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. आरोप है कि गांव मघटई में नवनिर्मित कॉलोनी नसरी विलेज में एक प्लॉट बुक किया था. इस पर मकान भी बनना था. बिल्डर नरसी विलेज के मालिक वासुदेव गर्ग, कर्मचारी अरुण गुप्ता व पीयूष गोयल समेत अन्य आरोपियों ने इसके लिए 26.50 लाख रुपए जमा कराए थे. इसके बावजूद उन्होंने न तो रजिस्ट्री की और न ही मकान बनाकर दिया. करीब 12 साल से आरोपी बहाने बना रहे हैं. देशराज चाहर ने डीसीपी सिटी से मई 2024 में शिकायत की थी. जगदीशपुरा थाने में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
विश्वकर्मा विहार, शास्त्रीपुरम निवासी देशराज चाहर के बेटे राहुल चाहर इंटरनेशनल क्रिकेटर हैं. देशराज चाहर ने बताया कि गांव मघटई में गैलेक्स निर्माण (राजदरबार ग्रुप) लाजपत नगर, नई दिल्ली का साइट आफिस है. यहां पर कंपनी के मालिक वासुदेव गर्ग ने नरसी विलेज के नाम से कॉलोनी बनाई है. प्लॉट नंबर 182 गीतम सिंह व 587 रुकुम पाल सिंह के नाम से 11 अगस्त 2012 को प्लॉट बुक कराए थे. कंपनी ने मकान बनाकर देने का वादा किया था. मैंने गीतम सिंह के नाम पर लिया गया प्लॉट अपने बेटे राहुल चाहर के नाम करा लिया. इसके बावजूद 12 साल से मकान की रजिस्ट्री के लिए भवन निर्माण कंपनी के ऑफिस के चक्कर काट रहा हूं. बिल्डर और कर्मचारी कोई जवाब नहीं दे रहे हैं. इस पर डीसीपी सिटी सूरज राय से धोखाधड़ी की शिकायत की थी.