भीलवाड़ा:नगर निगम में सफाईकर्मियों की भर्ती के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं. भर्ती प्रक्रिया के नियमों में खामियां दूर करने की मांग को लेकर सफाईकर्मियों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया. इस दौरान सफाईकर्मियों ने विरोधस्वरूप नगर निगम परिसर में शहर का कचरा लाकर डाल दिया. बाद में महापौर ने सफाईकर्मियों से कहा कि मुख्यमंत्री से वार्ता कर जन्द ही नियमों में संशोधन करवाया जाएगा.
सफाई मित्र कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रामदेव ने कहा कि सफाईकर्मी अपने रोजगार और रोजीरोटी के लिए आंदोलन कर रहे हैं. जब तक भर्ती नियमों में संशोधन नहीं हो जाता, तब तक कोई काम नहीं होगा. हमने निगम के स्टाफ को भी कमरों से बाहर निकाल दिया और कचरा नगर निगम में डाल दिया. इतना ही नहीं, शहर के चौराहों से भी कचरा नहीं उठाने दिया.
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रामदेव ने बताया कि सफाईकर्मियों की भर्ती में अभ्यर्थियों को अनुभव प्रमाण पत्र तो दे दिया, लेकिन वह पोर्टल पर अपलोड नहीं हो रहा. इससे अभ्यर्थियों के भर्ती प्रक्रिया से बाहर होने का अंदेशा है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि भर्ती प्रक्रिया में खामियां दूर नहीं की गई तो वाल्मीकि समाज चुप नहीं रहेगा, तेज आंदोलन किया जाएगा.
नियमों में कमियों को करेंगे दूर:भीलवाड़ा नगर निगम के महापौर राकेश पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सरकार के पहले ही साल में एक लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा था. उसमें 30 हजार वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मियों को प्राथमिकता दी गई थी, लेकिन प्रदेश में नौकरशाहों द्वारा भर्ती के नियमों में कमियां छोड़ दी गई. नियमों के अनुसार अनुभव प्रमाण पत्र के लिए एक और जहां पीएफ और बैंक स्टेटमेंट होना जरूरी बताया गया है.
वहीं, दूसरी ओर ठेकेदार के अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर भी भर्ती की जा रही है. हमारे यहां कई शहरों से अलग नियम बनाए गए हैं. इसलिए यहां सफाई कर्मियों के साथ अन्याय हुआ है. इसके लिए मैंने प्रशासन से बात की है. जल्द ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी बात की जाएगी और इस कमी को दूर करने का प्रयास किया जाएगा.