नई दिल्ली: दिल्ली में कथित शराब घोटाले में जमानत पर जेल से बाहर आए अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. बीते 10 वर्षों से वे इस पद पर काबिज हैं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जिन शर्तों पर केजरीवाल को जमानत दी है, उनमें सरकार का कामकाज चलाना आसान नहीं था. इसी का हवाला देकर उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया है. अब वह एक पूर्व मुख्यमंत्री बन चुके हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री पद से हटाने के बाद केजरीवाल को जो वेतन, भत्ते व सुविधाएं मिल रही थी, उन सब में भी कटौती हो जाएगी.
अगर अरविंद केजरीवाल के वेतन की बात करें तो उन्हें बतौर मुख्यमंत्री अभी तक एक लाख 70 हजार रुपए प्रति महीना वेतन मिलता था. लेकिन, मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब सिर्फ एक विधायक रह गए हैं तो ऐसे में उनकी वेतन में कटौती होना स्वाभाविक है. बतौर मुख्यमंत्री वेतन के अलावा केजरीवाल को रहने के लिए सरकारी बंगला, गाड़ी और ड्राइवर के साथ ही अन्य तमाम सुविधाएं भी दी जाती हैं. इन सुविधाओं पर खर्च करने के लिए भी अलग से भत्ता मिलता है. अब इन सब में कटौती हो जाएगी. अब सिर्फ विधायक रहने से केजरीवाल को सिर्फ 90 हजार रुपए प्रति महीना मिलेगा. इस तरह केजरीवाल के वेतन में ₹80,000 प्रति महीना की कटौती हो जाएगी.