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कोरोना काल के बाद दोगुनी हुई मूर्ति की कीमत, दिल्ली में आगरा की प्रतिमा की मांग - Navratri prepration 2024 - NAVRATRI PREPRATION 2024

Navratri prepration 2024: दिल्ली में नवरात्र को लेकर तैयारियां जोरों पर है. सबसे ज्यादा इन दिनों रौनक राजधानी के रामपुरा में हैं, जहां मूर्तिकार मां दुर्गा की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हैं. ये तैयार प्रतिमाएं आगरा से आती है. जिन्हें यहां रंग रोगन कर और विशेष सजावट के साथ आकर्षक रूप दिया जाता है. इसके बाद ग्राहक यहां से मूर्तियां खरीदकर अपने साथ ले जाते हैं.

दिल्ली में नवरात्र से पहले बढ़ी मूर्तियों की डिमांड
दिल्ली में नवरात्र से पहले बढ़ी मूर्तियों की डिमांड (Etv Bharat)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Sep 29, 2024, 4:24 PM IST

नई दिल्ली:नवरात्र से पहले बाजारों में मां दुर्गा की प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकारों का काम तेज हो गया है. इस साल 3 अक्टूबर 2024 को पहला नवरात्र पड़ रहा है. राजधानी में बड़ी धूमधाम से नवरात्र मनाया जाता है. बाजार की संस्थाएं, सोसायटी और सड़कों पर मां दुर्गा के बड़े पंडाल सजाए जाते हैं. साथ ही कई भक्त अपने घरों में माता रानी की छोटी प्रतिमा भी स्थापित करते हैं. इसे देखते हुए दिल्ली में मूर्तिकार दिन-रात मेहनत कर रहे हैं.

मां दुर्गा की मूर्ति को अंतिम रूप देने में जुटे मूर्तिकार:राजधानी के रामपुरा के नजदीक मौजूद प्रतिमाएं बनाने और रंग रोगन करने वाले मूर्तिकारों ने काम शुरू कर दिया है. बाजार में 16 वर्षों से मूर्तियां तैयार करने वाले बलबीर चौहान ने बताया कि जैसे-जैसे नवरात्र की तारीख करीब आ रही है, वैसे-वैसे डिमांड्स भी बढ़ती जा रही है. हर वर्ष मां दुर्गा की प्रतिमा की डिमांड बढ़ती जा रही है. अब देखने को मिल रहा है कि राजधानी में मां दुर्गा की तरफ लोगों की श्रद्धा बढ़ती रही है. इस बार उन्होंने सबसे बड़ी मूर्ति 8 से 10 फुट की बनाई है. इनको ग्राहक की डिमांड के मुताबिक तैयार किया जाता है. इन मूर्तियों को आगरा से मंगवाया जाता है उसके बाद यहां पर सजाया और रंगाा जाता है.

एक मूर्ति में रंग भरने में लगते हैं 6 से 7 घंटे:मूर्ति में रंग भरने वाले अंकुश चौहान ने बताया कि एक मूर्ति को पूरी तरीके से तैयार करने में 6 से 7 घंटे लगते हैं. सबसे पहले मूर्ति की रिपेयरिंग की जाती है. इन सभी प्रतिमाओं को आगरा से मंगाया जाता है. इसके बाद मूर्ति के हर पार्ट पर अलग-अलग तरीके से रंग किए जाते हैं. जैसे की बालों पर काले रंग का इस्तेमाल किया जाता है. उसके बाद आभूषणों पर सबसे अंत में गोल्डन रंग से सजावट पूरी की जाती है. कई बार बाजार में ऐसे ग्राहक आते हैं जो अपने अनुसार मां दुर्गा की प्रतिमा में रंग भरवाना चाहते हैं.

कोरोना काल के बाद मूर्तियों की डिमांड में इजाफा :40 सालों से मूर्तियां तैयार करने वाली सुमन ने बताया कि पहले की कीमतों में और अब की कीमतों में काफी फर्क आया है. कोरोना काल से पहले जो मूर्ति 5000 रुपए की बिकती थी. अब वही प्रतिमा 10,000 रुपए से 12,000 रुपए में बिकती हैं. वहीं, अगर कोई ग्राहक अपने मुताबिक मूर्ति में रंग और सजावट करवाता है, तो उसका अलग से चार्ज लिया जाता है.

9 दिनों तक मां के दरबार को सजाने की तैयारी :बाजार में अपने परिवार के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा खरीदने आए यश ने बताया कि अब नवरात्रि शुरू होने में कुछ ही दिन रह गए हैं. इसीलिए तैयारी जोरों पर है. उनके परिवार में बीते 5 साल से मां दुर्गा की छोटी प्रतिमा को स्थापित किया जाता है. नवरात्रि के कुछ दिन पहले प्रतिमा को बुक कर लेते हैं. इसके बाद जिस दिन पहला नवरात्र होता है, उस दिन ढोल बाजे के साथ मां की प्रतिमा को ले जाकर घर में स्थापित करते हैं. 9 दिन तक मां की पूजा आराधना करने के बाद 10वें दिन माता रानी का विधिवत विसर्जन किया जाएगा. वर्तमान में राजधानी में दुर्गा पूजा का चलन बढ़ता जा रहा है.

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