लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर केंद्र सरकार की ओर अधिसूचना जारी करने के बाद उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है. डीजीपी प्रशांत कुमार की ओर से जारी किए गए निर्देशों के बाद सड़कों पर भारी संख्या में पुलिस के जवान देखने को मिल रहे हैं. सीएए की अधिसूचना जारी होने के बाद डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी कमिश्नरेट के कमिश्नर और जिले के कप्तानों को हर हाल में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के निर्देश जारी किए हैं. यह अलर्ट सीएए के साथ ही रमजान त्योहार के देखते हुए भी जारी किया है.
सोशल मीडिया पर रहेगी खास नजर:डीजीपी प्रशांत कुमार ने अधिकारियों से सोशल मीडिया पर निगरानी रखने के निर्देश भी जारी किए हैं. डीजीपी की ओर से निर्देश दिए गए हैं कि सोशल मीडिया पर खास निगरानी रखी जाए, जिससे किसी भी तरह के भ्रामक और गलत जानकारियां सर्कुलेट न होने पाए. डीजीपी ने सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं साझा करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
ड्रैन और सीसीटीवी से निगरानी:डीजीपी के निर्देशों के बाद पूरे प्रदेश में ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से निगरानी रखी जा रही है. संवेदनशील क्षेत्रों में फोर्स तैनात कर दी गई है. इंटेलिजेंस को एक्टिव कर दिया गया है. ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था को पहले ही रोका जा सके. इसके लिए कई टीमों का गठन किया गया है. जो अलग अलग इलाकों में सक्रिय रहकर इनपुट जुटाएंगे.
CAA पर धर्म गुरुओं ने दी सधी हुई प्रतिकिया:नागरिक संशोधन अधिनियम की अधिसूचना जारी होने पर लखनऊ में ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि किसी को भी फिक्रमंद होने की जरूरत नहीं है. हमें अपने मुल्क के कानून पर भरोसा होना चाहिए. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि हम कानून का अध्ययन करेंगे और फिर इस पर कुछ कह पाएंगे. शिया मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि किसी भी देश के अल्पसंख्यकों को नागिरकता देने से कोई भी परेशानी नहीं है. हम इसका स्वागत करते हैं. हम लोग सीएए के खिलाफ नहीं है, लेकिन इसमें सभी देशों के अल्पसंख्यकों को लेना चाहिए. मुफ्ती इरफान मियां फरंगी महल ने सीएए का विरोध न करने की नसीहत मुसलमानों को दी है. मौलाना ने कहा कि सीएएए कानून का भारतीय मुसलमानों से कोई लेना देना नहीं है, इस कानून से डरने की जरूरत नहीं है. इस कानून में अगर सभी देशों के अल्पसंख्यकों को जगह दी जाए तो और बेहतर होगा.