देवघर: दुर्गा पूजा को लेकर देवघर के बाजारों में मिठाइयों की बिक्री बढ़ गई है. पूजा में लोग अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार मिठाइयों की खरीदारी करते हैं, लेकिन कई बार मिलावटी मिठाई के कारण खुशियों के रंग में भंग भी पड़ जाता है. क्योंकि मिठाई में कई तरह के हानिकारक पदार्थ मिलाए जाते हैं और पूजा-त्योहारों में बिक्री कर दी जाती है. ऐसे में देवघर का खाद्य सुरक्षा विभाग सजग है और मिठाई दुकानों और होटलों और मेले में अस्थायी रूप से लगने वाली खाद्य पदार्थों की दुकानों में जांच अभियान चलाने वाला है.
मेले में बिक रहे खाद्य पदार्थों की होगी जांच
अष्टमी, नवमी और दशमी के दिन मेले में ठेले और खोमचे पर पर जमकर चाट, कचौड़ी, टिक्की, गोलगप्पे जैसे खाद्य पदार्थों की बिक्री होती है. मेला घूमने आने वाले लोग इन खाद्य पदार्थों को खाते हैं. लेकिन मेले में लगे ठेले खोमचे पर बिक रहे खाद्य पदार्थ में कितनी मिलावट है और यह लोगों के स्वास्थ्य को कितना हानि पहुंचा सकता है इस बात से लोग अनजान रहते हैं. ऐसे में खाद्य सुरक्षा विभाग जांच अभियान चलाने वाला है. विभाग का यह अभियान मिठाई दुकानों में भी चलाया जाएगा.
प्रखंडों में नियमित चलाया जा रहा जांच अभियान
इस संबंध में जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी संजय कुमार बताते हैं कि प्रत्येक दिन विभिन्न प्रखंडों में जाकर जिला खाद्य सुरक्षा विभाग कार्यालय के कर्मचारी जांच कर रहे हैं. अभी तक सारवां, मोहनपुर, मधुपुर और सारठ में जांच की गई है. जांच के दौरान कई दुकानों में खामी पाई गई. इसे लेकर दुकानदारों को हिदायत दी गई है और कई दुकानदारों पर जुर्माना भी लगाया गया है.
कई दुकानदारों पर लगाया जुर्माना
उन्होंने बताया कि जिन दुकानों में नॉन परमिटेड कलर या फिर अत्यधिक स्टार्च खाद्य पदार्थ में पाए गए उन्हें जब्त कर नष्ट करा दिया गया है, ताकि होटल संचालक ऐसे मिलावटी खाद्य पदार्थ लोगों को नहीं खिला सकें. वहीं कई दुकानदारों को हिदायत दी गई है कि यदि दोबारा हानिकारक पदार्थ का उपयोग करेंगे तो उन पर कानूनी कार्रवाई होगी.
कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा विभाग