श्रीनगर: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि में पीएचडी प्रवेश के लिए जल्द ही आवेदन फार्म खोले जाएंगे. जिसे लेकर विवि प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. जबकि, इस बार स्नातकोत्तर, बीएड, बीपीएड और एमपीएड के लिए गढ़वाल विवि खुद प्रवेश परीक्षा करवाएगा. पीजी और बीएड पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए मार्च महीने के पहले हफ्ते में आवेदन फार्म खोले जाने की संभावना है. अभी तक विवि सीयूईटी के जरिए प्रवेश परीक्षा करवा रहा था, लेकिन छात्रों के विरोध के बाद अब नए शैक्षणिक कैलेंडर में पीजी के लिए विवि खुद प्रवेश परीक्षा आयोजित करवाएगा. जिसके लिए विवि ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है.
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में बीएड और स्नातकोत्तर में प्रवेश लेने के लिए सीयूईटी यानी कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस अनिवार्य किया गया था, लेकिन इस बार विवि अपने स्तर से प्रवेश परीक्षाएं करवाने जा रहा है. इससे पहले सीयूईटी देने के बाद ही विश्वविद्यालय के किसी पाठ्यक्रम में छात्रों को प्रवेश मिल पाता था. सीयूईटी के लागू होने के बाद से ही गढ़वाल विश्वविद्यालय में छात्रों ने इसका विरोध किया. क्योंकि, सीयूईटी की अनिवार्यता के चलते हजारों छात्र एडमिशन से वंचित हो रहे थे.
वहीं, गढ़वाल विवि में एडमिशन का मामला हाईकोर्ट की टेबल तक भी गया. मामले में हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार, यूजीसी, उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड को नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा था. जिसके बाद गढ़वाल विवि और उससे संबद्ध कॉलेजों में बिना सीयूईटी के मेरिट के आधार पर प्रवेश देने की हामी भरी गई. इससे पहले मामले में विवि की एसी (एकेडमिक काउंसिल) फिर एसी (एग्जीक्यूटिव काउंसिल) मुहर लगाई. लिहाजा, अब एडमिशन के लिए पहले की तरह ही गढ़वाल विवि का एंट्रेंस देना होगा.