रुद्रप्रयाग:केदारनाथ यात्रा पर हादसों के बाद व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने को लेकर डीएम सौरभ गहरवार ने मोर्चा संभाल लिया है. वे केदारघाटी के यात्रा पड़ावों में रहेंगे और यहां तीर्थयात्रियों को होने वाली समस्याओं से लेकर पैदल मार्ग पर व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने का काम करेंगे. इसके अलावा निर्माण कार्यों पर भी निगरानी रहेंगे. कुछ दिनों तक जिलाधिकारी केदारघाटी के रामपुर सहित अन्य यात्रा पड़ावों में रहकर यात्रा व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे. साथ ही यात्रा ड्यूटी में लगे कार्मिकों को आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे.
द्वितीय चरण की केदारनाथ धाम की यात्रा ने तेज रफ्तार पकड़ दी है. प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में तीर्थ यात्री पैदल यात्रा मार्ग से धाम के लिये रवाना हो रहे हैं. पैदल यात्रा मार्ग पर यात्रियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए जिलाधिकारी अब केदारघाटी में ही डेरा जमा रहे हैं. जिलाधिकारी डॉ. सौरभ गहरवार ने बताया कि यात्रियों की समस्याओं को जानने के लिए सोनप्रयाग, गौरीकुंड सहित पैदल यात्रा मार्ग और धाम का निरीक्षण किया जाएगा. साथ ही यात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराये जाने के प्रयास किये जाएंगे. उन्होंने कहा केदारनाथ हाईवे पर सोनप्रयाग स्लाइडिंग जोन दिक्कतें पैदा कर रहा है. इस स्लाइडिंग जोन का स्थाई निराकरण जरूरी है.
एनएच को भी इस दिशा में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं. यहां पर हर समय जेसीबी मशीन के अलावा सुरक्षा जवान तैनात हैं. उन्होंने कहा कि धाम सहित पैदल मार्ग और हाईवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों के जरिये भी यात्रा की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. यात्रियों को यदि किसी भी प्रकार की समस्या हो रही है तो उनसे फीडबैक लिया जा रहा है. उन्होंने सभी यात्रियों से अपील की कि वह खराब मौसम में यात्रा न करें. साथ ही अपने साथ आवश्यक सामग्री जैसे छाता, रेनकोट, दवाईयां आदि लेकर चलें. यदि यात्रियों को कोई परेशानी होती है तो वह सेक्टर मजिस्ट्रेट को अवगत करा सकते हैं.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि धाम पहुंच रहे यात्रियों को सभी सुविधाएं मिले. जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग का स्थलीय निरीक्षण कर सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच क्षतिग्रस्त मार्ग एवं भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया. उन्होंने पुलिस प्रशासन सहित यात्रा व्यवस्थाओं में तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट सहित अन्य कर्मचारियों को यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए. उन्होंने अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग को भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र के ट्रीटमेंट एवं यातायात सुचारू करने के लिए ठोस रणनीति बनाने के निर्देश दिए.
उधर पुलिस अधीक्षक अक्षय कोंडे ने यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत सोनप्रयाग से गौरीकुंड की ओर तथा गौरीकुंड से सोनप्रयाग की ओर शाम पांच बजे बाद जाने पर फिलहाल रोक लगा दी है. वहीं बारिश होने की स्थिति में उन्होंने प्रभारी निरीक्षक कोतवाली सोनप्रयाग व प्रभारी रिपोर्टिंग पुलिस चौकी गौरीकुंड को यात्रा संचालित रखने एवं रोकने के लिए विवेकानुसार कार्य करने के निर्देश भी दिए हैं.
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