पटना : जब लगन हो और कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो रास्ते खुद-ब-खुद बन जाते हैं. इस कहावत को चरितार्थ कर रही हैं अपर्णा मल्लिक. बिहार के छोटे से जिला अररिया से आने वाली अपर्णा मल्लिक आज भोजपुरी सिने इंडस्ट्री में अपनी टेलेंट के दम पर नाम कमा रही हैं. अपनी प्रतिभा से सब का ध्यान अपनी और आकर्षित कर रही हैं. अपर्णा की काबिलियत का ही सबूत है कि उन्हें पहली भोजपुरी फिल्म 'अवैध' में सुपरस्टार खेसारी लाल यादव के साथ काम करने का मौका मिला.
बड़े पर्दे पर बनाई पहचान: नीरज रणधीर के निर्देशन में राजघराना फिल्म्स के बैनर तले बनी इस फिल्म में अपर्णा का किरदार बेहद खास और आकर्षक है. हालांकि उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत तेलुगू फिल्म 'डेडलाइन' से की थी, जिसके बाद उन्हें भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में भी कास्ट किया जाने लगा. अपर्णा मल्लिक के लिए बतौर हीरोइन इस मुकाम पर पहुंचने का सफर बेहद आसान नहीं था. दसवीं कक्षा की पढ़ाई अररिया में की और फिर परिवार के साथ बेंगलुरु में शिप्ट कर गयीं. इस दौरान उन्होंने अपने करियर में कई उतार चढ़ाव देखे.
स्ट्रगल कर पाया मुकाम : अपर्णा कहती हैं कि बचपन के दिन उन्हें आज भी याद हैं कि जब खपड़े के घर में रहते थे और छत बारिश में टपकती थी. तब किस तरह उनके माता-पिता उनकी परवरिश करते थे. अपर्णा ने अपने माता-पिता का आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके सपोर्ट के बिना यह मुकाम संभव नहीं था. उन्होंने मुझे अच्छी शिक्षा दी और मुझे इस मुकाम तक आने में सहयोग किया. इसलिए मैं खुद को भाग्यशाली भी मानती हूं कि मेरे पैरंट्स ने मुझे इस लायक बनाया.
खिलाड़ी भी रहीं हैं अपर्णा: अपर्णा स्कूल के दिनों में स्पोर्ट्स और अन्य गतिविधियों में शामिल होती रही थीं. कबड्डी की खिलाड़ी भी रह चुकी है और उनका सिलेक्शन बिहार स्टेट टीम में भी हुआ लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति की वजह से उन्हें पीछे हटना पड़ा और स्पोर्ट्स से वह दूर हो गई. इस दरमियान पढ़ाई लिखाई जारी रही और फिर उन्हें तेलुगू फिल्म में ब्रेक मिला, उसके बाद से अपर्णा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. आज वे भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में भी अपना नाम कमा रही हैं.