नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी का चुनावी मेनिफेस्टो जारी किया. आम आदमी पार्टी ने इसे जुमला पत्र बताया और बेरोजगारी महंगाई समिति अन्य मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा.
आम आदमी पार्टी के नेता व दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 का अपना जुमला पत्र घोषित किया. इससे उनका पूरा झूठ का चिठ्ठा सामने आ गया. युवाओं को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने 2014 में कहा था कि बहुत हुई बेरोजगारी और अपने घोषणा पत्र में 2 करोड़ नौकरियां प्रति वर्ष देने का वादा किया था. लेकिन उन्होंने 2024 के घोषणा पत्र में रोजगार का जिक्र नहीं किया कि उन्होंने 10 साल में कितनी नौकरियां दी. 75 पेज के घोषणा पत्र में कहीं कोई जिक्र नहीं किया है. आज देश मे सबसे ज्यादा बेरोजगारी है.
आतिशी ने कहा कि उन्होंने दूसरा वादा किया था बहुत हुई महंगाई की मार अबकी बार मोदी सरकार, लेकिन आज महंगाई कि स्थित क्या है. हम महंगाई में दुनिया में टर्की के बाद दूसरे स्थान पर हैं. तीसरा वादा 2022 तक किसानों कि आय दुगना करना था, लेकिन आज स्थित क्या है किसान आंदोलन कर रहे. तीन काले कानून ले आए. और आज एमएसपी के लिए किसान आंदोलन करने को मजबूर हैं. आज के इस जुमला पत्र को देख लें इसमें एमएसपी का जिक्र नहीं है. युवाओं के रोजगार का जिक्र नहीं है. बेहतर स्कूल और स्वास्थ्य का जिक्र नहीं है.
आतिशी ने कहा कि आयुष्मान योजना कर तहत 8000 करोड़ खर्च किए गए, इससे ज्यादा स्वास्थ्य का बजट दिल्ली सरकार का है. दिल्ली सरकार का स्वास्थ्य बजट 9000 करोड़ का है. इस देश का युवा बेरोजगारी से परेशान है. आयुष्मान भारत का पूरे देश में जुमला दिया जा रहा है. अगर अस्पताल ही नहीं होंगे तो आयुष्मान भारत के तहत इलाज कहां से देंगे. महिलाएं गृहणी महंगाई से परेशान है. आज स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए लोग परेशान है. इस जुमला पत्र को आज देश की जनता देख रही है और इसका जबाव देश की जनता इस चुनाव में जरूर देगी. आज मोदी जी देश की जनता से कह सकते है कि अगर उन्होंने काम किया है तो वोट दे नहीं तो न दें. ये कहने का दम सिर्फ अरविंद केजरीवाल में है. अगर 10 साल बाद भी कोई सरकार वादे पर वोट मांग रही है तो स्पष्ट हो जाता है कि उसने 10 सालो में क्या किया है.
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