जयपुर: जिले के रेनवाल क्षेत्र के बीएसएफ जवान बलवीर सिंह मीणा छत्तीसगढ़ में ड्यूटी के दौरान करंट लगने से शहीद हो गए. गुरुवार को पैतृक गांव अभयपुरा में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया. यहां शहीद के बेटे चेतन सिंह ने पिता को मुखाग्नि दी. बीएसएफ के जवान शहीद बलबीर का पार्थिव देह लेकर पैतृक गांव पहुंचे, जहां जगह-जगह लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी और जयकारे लगाए. शहीद का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. दूर दराज से आए लोगों ने शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.
रेनवाल थानाधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि छत्तीसगढ़ में बीएसएफ की 178 वीं यूनिट में तैनात बलवीर सिंह मीणा की ड्यूटी के दौरान करंट लगने से मौत हो गई थी. उन्हें शहीद का दर्जा दिया गया. जवान की मौत की खबर से गांव में सन्नाटा पसर गया था. गुरुवार को बाजार पूर्ण रूप से बंद रहे.
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शहीद की पार्थिव देह उनके गांव पहुंची. यहां शहीद जवान को तिरंगे में लिपटा देख परिजन रो पड़े. इसके बाद पैतृक अभयपुरा में जवान को अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान फुलेरा विधायक विद्याधर सिंह चौधरी, उपखंड अधिकारी अभिमन्यु सिंह कुंतल, तहसीलदार ममता यादव, जोबनेर पुलिस उपाधीक्षक नरेंद्र सिंह, पटवारी, गिरदावर सहित हजारों ग्रामीण मौजूद रहे.
शहीद के शव को देख लोगों की आंखें हुई नम:शहीद बलबीर सिंह का शव रेनवाल क्षेत्र में पहुंचने पर लोगों ने बीएसएफ के वाहनों पर पुष्प बरसाकर श्रद्धांजली दी. साथ ही 'भारत माता की जय', 'शहीद जवान बलबीर सिंह मीणा अमर रहे' के नारे लगाए. इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को गांव अभयपुरा ले जाया गया. शहीद का पार्थिव शरीर देख उनकी पत्नी, बेटा-बेटी और परिजन बिलख उठे. इसे देख ग्रामीणों की आंखें नम हो गई.