भोपाल। मध्य प्रदेश में 2944 बच्चियां और 28 हजार 857 महिलाएं पिछले एक माह से ज्यादा समय से लापता हैं. इनमें सागर जिले से सबसे ज्यादा 245 बच्चियां और इंदौर से सबसे ज्यादा 2384 महिलाएं गायब हैं. कांग्रेस विधायक बाला बच्चन के सवाल के जवाब में यह जानकारी सरकार ने सदन में दी गई है. कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि पुलिस बच्चियों के गुम होने के मामले में तो प्रकरण पंजीबद्ध कर रही है, लेकिन महिलाओं के गुम होने पर उसके प्रकरण ही पंजीबद्ध नहीं किए जा रहे. सरकार द्वारा दी गई जानकारी में मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र उज्जैन, इंदौर ग्रामीण, भिंड, धार, झाबुआ सहित कई जिलों में महिलाओं की गुमशुदगी में प्रकरण ही पंजीबद्ध नहीं किया गए.
एमपी में 31801 महिलाएं और बच्चियां गायब
कांग्रेस के सीनियर विधायक और पूर्व मंत्री बाला बच्चन ने सरकार से प्रदेश में 1 जुलाई 2021 से 31 मई 2024 तक प्रदेश में महिलाओं, बच्चियों की गुमशुदगी, रेप, जैसे कुल प्रकरणों की जिले वार जानकारी मांगी थी. साथ ही 1 माह से अधिक समय से गुमशुदा महिलाओं और बच्चियों की संख्या भी जिलावार मांगी थी. कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने बताया कि इस संबंध में सरकार द्वारा दी गई, जिलेवार जानकारी में खुलासा हुआ है कि प्रदेश में पिछले एक माह से अधिक समय से 2944 बच्चियां और 28857 महिलाएं गायब हैं. सरकार द्वारा जिला वार जानकारी दी गई है.
इंदौर में सबसे ज्यादा गुम हुईं बच्चियां
विधानसभा में दी गई जानकारी के मुताबिक बच्चियों और महिलाओं के गुम होने की इंदौर में सबसे ज्यादा घटनाएं हुई हैं. पिछले पांच माह यानी 1 जनवरी 2024 से 31 मई 2024 तक गायब होने के आंकड़े चौंकाने वाले हैं.
इंदौर शहर
इस साल पिछले पांच माह में इंदौर में 1015 महिलाएं गुम हुईं. जिसमें से 527 बरामद हुईं, लेकिन 479 अब भी गुमशुदा हैं. बच्चियां इस दौरान 268 गायब हुईं, जिसमें से 189 बरामद हुईं, जबकि 72 अब भी गुमशुदा हैं.
ग्वालियर शहर
ग्वालियर में 468 महिलाएं गुम हुईं, जिसमें से 187 बरामद हुईं 214 अब भी लापता हैं. जबकि 129 बच्चियां गुम हुईं, जिसमें से 85 बरामद हुईं. 25 अब भी लापता हैं.
उज्जैन शहर
प्रदेश के मुख्यमंत्री के गृह जिले उज्जैन में पिछले 5 माह में 422 महिलाएं गुम हुईं, जिसमें से 250 बरामद हुईं, लेकिन 135 अब भी गायब हैं. 127 बच्चियां गायब हुईं, इसमें से 88 बरामद हुईं 39 अब भी लापता हैं.