करनाल:हरियाणा शुरू से ही खेल और खिलाड़ियों के लिए जाना जाता है. प्रदेश के खिलाड़ी पूरे देश ही नहीं बल्कि विश्व में जीत का परचम लहरा रहे हैं. यहां के युवा और बच्चे ही नहीं बल्कि बुजुर्ग भी खेल के क्षेत्र में जीत कर मेडल ला रहे हैं. दरअसल हाल ही में चंडीगढ़ के सेक्टर 7 में मास्टर एथलीट चैंपियनशिप का आयोजन किया गया, जिसमें करनाल के 29 खिलाड़ियों ने 65 मेडल जीतकर जिले का नाम रोशन किया है.
सभी खिलाड़ियों का किया गया स्वागत:जीतने वाले सभी खिलाड़ियों की उम्र 60 से ऊपर है. सभी खिलाड़ी मेडल जीतने के बाद बुधवार को करनाल के करण स्टेडियम में पहुंचे. यहां खेल विभाग के अधिकारियों ने युवा खिलाड़ियों के द्वारा सभी विजेताओं का स्वागत किया गया और मिठाई खिलाकर उनको शुभकामनाएं दी. गोल्ड मेडल जीतने वाले बुजुर्ग खिलाड़ी महावीर ने बताया कि सभी खिलाड़ी वो हैं, जिन्होंने सरकारी नौकरी पूरी करने के बाद वापस खेलना शुरू किया. सभी ने प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन कर मेडल जीता और प्रदेश का नाम रोशन किया है.
सभी ने अलग-अलग खेलों में जीता मेडल:जानकारी के मुताबिक चंडीगढ़ के 33वीं मास्टर एथलीट चैंपियनशिप में करनाल के 29 खिलाड़ियों ने भाग लिया था. करनाल के 29 खिलाड़ियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में 65 मेडल जीते हैं, जिसमें 37 गोल्ड मेडल, 15 सिल्वर और 13 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं. सभी की उम्र 60 वर्ष से ऊपर है. सबसे ज्यादा उम्र के खिलाड़ी की उम्र 89 साल है. इस खिलाड़ी ने रेस में भाग लिया था और उन्होंने भी गोल्ड मेडल जीता है. इसमें उन्होंने एथलीट में अलग-अलग खेलों में भाग लिया था और ज्यादातर खिलाड़ियों ने गोल्ड मेडल जीतने का काम किया है.
खिलाड़ियों ने युवाओं से की खास अपील:इन खिलाड़ियों ने बताया कि जैसे प्रदेश और देश के युवा मेडल लेकर आ रहे हैं, वैसे ही वह भी अपने रिटायरमेंट के बाद खेलों में इंटरेस्ट होने के चलते अपना खेल शुरू किए और जीतकर मेडल लेकर आ रहे हैं. इन जीते हुए बुजुर्ग खिलाड़ियों ने युवाओं से अपील की है कि वह नशे से दूर रहें और खेलों में भाग लें. इससे न सिर्फ वो स्वस्थ रहेंगे बल्कि प्रदेश और देश का नाम खेलों में रोशन करेंगे.
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