रांची: पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार सर्वाधिक गाड़ियों का इस्तेमाल होगा. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस बार झारखंड के चारों चरण के चुनाव में कुल 23,950 निजी और सरकारी गाड़ियों का इस्तेमाल होगा. इन गाड़ियों में सुरक्षा बलों के लिए 8,770 और पोलिंग पार्टी के लिए 15,180 गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाएगा. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार के अनुसार 2014 में 17,651, 2019 में 21,575 गाड़ियों का इस्तेमाल हुआ था. उन्होंने कहा कि आम तौर पर चुनाव के लिए कई दिनों पहले निजी गाड़ियों को ले लिया जाता था, अब उससे निजात मिलेगी. मतदान से दो दिन पहले आवश्यकतानुसार गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाएगा.
पिछले तीन लोकसभा चुनाव में इस्तेमाल होनेवाली गाड़ियां
- 2014 में 17,651 गाड़ियों का हुआ था इस्तेमाल
- 2019 में 21,575 गाड़ियों का हुआ था इस्तेमाल
- 2024 में 23,950 गाड़ियों का होगा इस्तेमाल
स्कूल बसों का इस्तेमाल कम से कम करने का निर्देश
चुनाव के दौरान स्कूल बसों का इस्तेमाल कम से कम करने के निर्देश चुनाव आयोग ने दिया है, ताकि स्कूल जानेवाले बच्चों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. स्कूल बसों का इस्तेमाल पोलिंग पार्टी के लिए करने का निर्देश देते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा है कि मतदान के दिन अमूमन स्कूल बंद ही रहते हैं. मतदान से एक दिन पहले स्कूल बसों को लिया जाएगा और मतदान खत्म होने के बाद देर शाम तक उन्हें छोड़ दिया जाएगा, ताकि दूसरे दिन बच्चों को स्कूल जाने में कोई परेशानी न हो. उन्होंने कहा कि हमलोगों का मकसद है कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को बगैर डिस्टर्ब किए गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाए.
जीपीएस लगी गाड़ियों का होगा चुनाव में इस्तेमाल
जिन गाड़ियों में जीपीएस लगा होगा उन्हीं गाड़ियों का इस्तेमाल चुनाव में किया जाएगा, ताकि गाड़ियों की मॉनिटरिंग जिला और राज्य स्तर पर बने कंट्रोल रुम से की जा सके. जीपीएस लगी गाड़ियों की मॉनिटरिंग के लिए विभिन्न स्तर पर आयोग द्वारा टीम बनाई गई है.